अद्धयात्म

भारत के इन 5 मंदिरों से आजतक कोई नहीं लौटा खाली हाथ, यहाँ पूरी होती है हर मुराद

हमारा देश धार्मिक स्थलो के रूप में जाना जाता हैं| भारत में जीतने मंदिर हैं शायद उतने मंदिर या धार्मिक स्थल किसी भी देश में नहीं होंगे| इसके अलावा यहाँ पर उपस्थित बहुत सारे मंदिर अपने चमत्कार के लिए बहुत प्रसिद्ध हैं| इन मंदिरों में कई सारे रहस्य छुपे हैं| जिनमें से कुछ रहस्यों का तो उजागर हो गया हैं लेकिन आज भी कुछ ऐसे मंदिर हैं जो अपने रहस्यो और चमत्कार के लिए प्रसिद्ध हैं| इन मंदिरों में जो भी व्यक्ति अपनी मुराद लेकर जाता हैं वो कभी भी खाली हाथ नहीं लौटता हैं| आइए आज हम आपको उन पाँच मंदिरों के बारे में बताते हैं| जहां से कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं लौटता हैं|

(1) जगन्नाथ मंदिर

जगन्नाथ मंदिर हिंदू धर्म के 7 मशहूर और पवित्र स्थलों में से एक हैं और यह मंदिर उड़ीसा में स्थित हैं| यह मंदिर समुद्र तट के किनारे स्थित है| यह मंदिर भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण को समर्पित है| पुराणों के अनुसार इसे वैकुंठधाम और भगवान विष्णु के चार धामों में से एक माना गया है| ऐसी मान्यता हैं कि यहां लक्ष्मीपति विष्णु जी ने भिन्न-भिन्न प्रकार की लीलाएं की थी| इस मंदिर में जो भी भक्त सच्ची श्रद्धा और विश्वास के साथ अपनी मनोकामना लेकर आता है| उसकी सभी इच्छाएं इस मंदिर में आने के बाद जरूर पूरी होती हैं|

(2) कसार देवी मंदिर

उत्तराखंड राज्य को देव भूमि कहा जाता है| उत्तराखंड के अल्मोड़ा से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर कसार देवी मंदिर स्थित है| लोगो का इस मंदिर को लेकर अटूट विश्वास है| ऐसी मान्यता हैं कि माता रानी के इस दरबार में आने वाले सभी भक्तो की मनोकामना जरूर पूरी होती हैं| इस मंदिर में विदेशो से भी भक्त माता के दर्शन के लिए आते हैं|

(3) हिंगलाज माता मंदिर

हिंगलाज माता का मंदिर पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हिंगोल नदी के किनारे पहाड़ी गुफा में स्थित हैं| पुराणों में इस मंदिर का उल्लेख किया गया है| इस मंदिर को 51 शक्तिपीठों में से एक माना गया है| हालांकि भारत पाकिस्तान के बटवारे के बाद यह मंदिर पाकिस्तान के हिस्से में चला गया| पाकिस्तान में स्थित होने के कारण कट्टरपंथियों ने इस मंदिर को तोड़ने का प्रयास किया| लेकिन आज तक इस मंदिर को तोड़ने में कोई भी सफल नहीं हुआ| आपको बता दे कि इस मंदिर की देखरेख मुसलमानों द्वारा की जाती है| इस मंदिर में आने वाले सभी भक्तो की मनोकामना जरूर पूरी होती हैं|

(4) मेहंंदीपुर बालाजी

मेहंदीपुर बालाजी का मंदिर राजस्थान के दौसा जिले में स्थित है| यहीं के चट्टानों पर हनुमानजी की आकृति चमत्कारिक रूप से उभर आई थी| इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस मंदिर में हनुमान जी के बाल स्वरूप की पूजा की जाती है| इसके साथ ही भगवान शिव और भैरव जी की भी पूजा की जाती हैं| यह मंदिर लगभग 1000 साल पुराना है| इस मंदिर में आने वाले सभी श्रद्धालुओं की मनोकामना अवश्य पूरी होती हैं|

(5) महाकाली शक्तिपीठ

महाकाली शक्तिपीठ का मंदिर गुजरात के पावागढ़ के ऊंची पहाड़ियों पर स्थित है| ऐसी मान्यता हैं कि यहां देवी सती के दाहिने पैर की उंगलियां गिरी थी| इस मंदिर में आने वाले सभी श्रद्धालुओं की सभी मनोकामना पूरी होती हैं| यहा से कोई भी व्यक्ति खाली हाथ नहीं लौटता हैं|

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