भारत के साथ आया चीन, आतंकवाद पर पहली बार की बातचीत
नई दिल्ली (27 सितंबर): पाकिस्तान को एक तरफ हटाकर चीन ने पहली बार ऐसा काम किया है, जो उसने अभी तक भारत के साथ कभी नहीं किया। चीन ने भारत के साथ मिलकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग और सुरक्षा बढ़ाने के तरीकों पर बातचीत की।
दोनों देशों के अधिकारियों ने आतंकवाद से निपटने की नीतियों और कानून पर जानकारी साझा की। दोनों देशों के बीच इस पहली उच्च स्तरीय वार्ता में महत्वपूर्ण आम सहमति बनी। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और सुरक्षा पर यहां भारत और पाकिस्तान के बीच हुई पहली उच्च स्तरीय वार्ता में दोनों पक्षों ने अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय सुरक्षा हालात पर अपने विचार साझा किए। यह बैठक संयुक्त खुफिया समिति के प्रमुख आरएन रवि और चीन के केंद्रीय राजनीतिक और कानूनी मामलों के आयोग के महासचिव वांग योंगक्विंग की सह अध्यक्षता में हुई।
चीन स्थित भारतीय दूतावास की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि वार्ता के दौरान दोनों पक्षों ने चिंता के प्रमुख मुद्दों पर अपनी समझ को और बढ़ाया तथा आतंकवाद से निपटने के लिए अपनी-अपनी नीतियों, प्रणाली, कानून से संबंधित जानकारी को साझा किया। विज्ञप्ति में कहा गया है कि सुरक्षा के खतरे से मिलकर निपटने के उपायों, आतंक के खिलाफ लड़ाई और सुरक्षा पर सहयोग को और बढ़ाने पर दोनों पक्षों के बीच गहन बातचीत हुई। इसमें दोनों पक्षों के बीच महत्वपूर्ण आम सहमति बनी है।