भारत-जापान की दोस्ती से चिढ़ा चीन, न्यूक्लियर डील कर स्वदेश लौटे पीएम
नई दिल्ली (13 नवंबर):प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिनों की जापान दौरे से रविवार रात स्वदेश लौट आए हैं। पीएम मोदी के जापान दौरे को ऐतिहासिक माना जा रहा है। पीएम मोदी के इस दौरे के दौरान भारत और चीन के बीच असैन्य परमाणु करार समेत 10 महत्वपूर्ण समझौतों हुए।
स्वदेश रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने ओसाका बे के कोबे शहर में दोपहर के भोजन पर उद्योगपतियों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने जापान की तेज गति शिन्कानसेन बुलेट ट्रेन में जापान के प्रधानमंत्री शिन्जो आबे के साथ सफर भी किया। बुलेट ट्रेन भारत में मुम्बई-अहमदाबाद रेल मार्ग पर शुरू की जानी है।
मोदी की इस जापान यात्रा के दौरान भारत और जापान ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए 10 समझौतों पर हस्ताक्षर किए जिसमें कई क्षेत्र शामिल हैं। इन समझौतों में आधारभूत संरचना क्षेत्र, रेलवे और अंतरिक्ष एवं कृषि में सहयोग से जुड़े समझौते भी शामिल थे।
जापान ने अपनी आपत्तियों को खत्म करते हुए और अपने परंपरागत रुख से हटते हुए कल भारत के साथ ऐतिहासिक असैन्य परमाणु सहयोग करार पर हस्ताक्षर किया जिसके साथ ही परमाणु क्षेत्र में दोनों देशों के उद्योगों के बीच गठजोड़ के लिए दरवाजे खुल गए। हालांकि तोक्यो की संवेदनाओं को ध्यान में रखते हुए इस करार में सुरक्षा के पहलू को भी शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी जापान जाते हुए कुछ देर के लिए थाईलैंड में रुके और वहां के नरेश भूमिबोल अदुलयेदेज को श्रद्धांजलि दी। थाई नरेश भूमिबोल अदुलयेदेज का पिछले महीने निधन हो गया था।