भारत द्वारा पाम ऑयल पर बैन से नेपाल चिंतित, कहा- ‘यह एक झटके की तरह है’
काठमांडू : नेपाल के वित्त मंत्री डॉ. युबा राज खातीवाड़ा ने शनिवार को उम्मीद जताई कि भारत रिफाइंड पाल ऑयल के आयात पर प्रतिबंध संबंधी अपने फैसले पर पुनर्विचार करेगा. उन्होंने कहा कि “हम नहीं जानते कि हमारे पड़ोसी देश ने पाम ऑयल पर प्रतिबंध क्यों लगाया. इसके पीछे कुछ और राजनीति हो सकती है. उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि भारत सरकार अपने फैसले पर पुनर्विचार करेगा. हम अपने राजनयिक चैनल के माध्यम से इस पर चर्चा कर रहे हैं, यदि आवश्यक हो तो हम राजनीतिक चैनल के माध्यम से भी जा सकते हैं. मंत्री ने कहा कि नेपाल द्वारा भारत को निर्यात का 25 प्रतिशत हिस्सा पाल ऑयल उद्योग से संबंधित है. इस पर प्रतिबंध से हमारे उद्योग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा. यह कहते हुए कि दोनों देश व्यापार घाटे को कम करने के लिए सहमत हैं, मंत्री ने कहा कि हम इस बात पर सहमत हुए हैं कि हमें व्यापार घाटे को कम करने की कोशिश करनी चाहिए और उस भावना से हमें उम्मीद है कि भारत अपने फैसले पर पुनर्विचार करेगा.
उन्होंने कहा कि “इसके बारे में कोई पूर्व संकेत नहीं था, इसलिए यह एक झटके की तरह था. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि नेपाल को भारत और चीन के निवेशकों के लिए निकटतम गंतव्य होना चाहिए. दोनों देशों के व्यापार संबंधों पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि “नेपाल का प्रमुख व्यापारिक साझीदार भारत निश्चित रूप से है. हमारे व्यापार का दो-तिहाई से अधिक हिस्सा भारत के साथ है.