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भारत ने 20 वॉन्टेड लोगों के प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन से मांगी मदद, विजय माल्या और ललित मोदी भी शामिल


नई दिल्ली : शराब कारोबारी विजय माल्या और ललित मोदी के प्रत्यर्पण को लेकर ब्रिटेन से मदद मांगी। आज दिल्ली में हु्ई भारत-ब्रिटेन की तीसरी दौर की वार्ता में नीरव मोदी की लोकेशन के बारे में भी जानकारी मांगी गई। भारत सरकार ने ब्रिटेन सरकार से कहा कि उसकी जमीन कश्मीर या खालिस्तान अलगाववादियों को भारत के खिलाफ किसी भी गतिविधि में इस्तेमाल न करने दी जाए। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री में थेरेसा नवंबर 2016 में भारत आईं थीं, जिसके बाद से ही दोनों देशों के बीच यह वार्ताओं का दौर शुरू हुआ है। भारतीय गृह मंत्रालय के सचिव राजीव गौबा और ब्रिटेन की पेट्सी विल्किंसन के नेतृत्व में दोनों देशों के बीच दो घंटे लंबी बातचीत हुई। मंत्रालय के अफसर ने बताया, हमने देश के वॉन्टेड लोगों के प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन की मदद मांगी है। हमारी प्रक्रिया जारी है, सभी को पता है कि हमारी सक्रियता के कारण माल्या को वहां की कोर्ट में जाना पड़ा। बैठक में माल्या, ललित मोदी और नीरव मोदी के मुद्दों पर बात हुई है। क्रिकेट बुकी संजीव कपूर और 16 अन्य अपराधियों के प्रत्यर्पण के लिए भी मदद मांगी गई। वहीँ हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी ने पिछले दोनों पीएनबी में करीब 13 हजार करोड़ रुपए के घोटाले में आरोपी हैं। दोनों ने इसे फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग के जरिए अंजाम दिया। बाद में दोनों विदेश भाग गए हैं। इसी तरह, शराब कारोबारी विजय माल्या पर भारतीय बैंकों का लगभग 9000 करोड़ रुपए का लोन बकाया है। बाद में विजय 2 मार्च 2016 को लंदन भाग गए। ललित मोदी 2008 से 2010 तक आईपीएल के कमिश्नर रहे। ललित मोदी पर इस दौरान टीमों की नीलामी गलत तरीके से करने का आरोप हैं। उन पर 125 करोड़ रुपए कमीशन लेकर मॉरिशस की कंपनी वर्ल्ड स्पोर्ट्स को आईपीएल का 425 करोड़ का ठेका देने का आरोप है। 2010 में ही मोदी ब्रिटेन भाग गए।

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