अन्तर्राष्ट्रीयदिल्ली

भारत पर फेसबुक के बोर्ड मेंबर के कमेंट को मार्क जकरबर्ग ने ‘परेशान करने वाला’ बताया

download (15)एजेन्सी/ नई दिल्ली: फेसबुक के बोर्ड मेंबर मार्क एंड्रेसन के बुधवार के कमेंट के डिलीट करने के घंटों बाद फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग ने इस विवादित ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह ट्वीट परेशान करने वाला है और यह फेसबुक या मेरा आधिकारिक बयान नहीं है।

फेसबुक बोर्ड के सदस्य मार्क एंड्रेसन को हाल ही में किए गए अपने एक ट्वीट के चलते अच्छी खासी नाराजगी का सामना करना पड़ा। उनके द्वारा किए गए ट्वीट से ऐसा लगा रहा था जैसे कि वह भारत को उपनिवेशवाद स्वीकार लेने की सलाह दे रहे हों। बाद में उन्होंने यह ट्वीट डिलीट कर दिया।

पूंजीपति मार्क एंड्रेसन ने भारत में फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग द्वारा जोरशोर से चलाए जा रहे फ्री बेसिक्स इंटरनेट स्कीम को स्वीकार न करने के फैसले के बाद यह प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने ट्वीट किया था- दशकों तक उपनिवेशवाद के विरोध के चलते भारतीय लोगों को आर्थिक रूप से काफी क्षति हुई। अब रोकने की क्या जरूरत?

जकरबर्ग ने फेसबुक वॉल पर लिखा कि भारत निजी तौर पर मेरे लिए काफी अहम है। मैंने अपने मिशन के आरंभ में भारत की काफी यात्रा की है। भारत में मानवता, लोगों के जज्बे और विश्वास से मैं काफी प्रभावित हुआ हूं। यहां से मेरा विचार और पुख्ता होते हैं जब सभी मिलकर अपने तजुर्बे को शेयर करते हैं तो पूरी दुनिया की भलाई होती है।बता दें कि एंड्रेसन के विवादित ट्वीट के बाद खूब हंगामा हुआ। भले ही एंड्रेसन ने बाद में इस ट्वीट को डिलीट कर दिया लेकिन इस ट्वीट के स्क्रीनशॉट अब भी ट्विटर पर रीट्वीट व शेयर किए जा रहे हैं। इसके बाद मार्क ने बिना शर्त माफी भी मांगी।

एंड्रेसन ने भारत पर यह टिप्पणी तब की जब भारत सरकार ने फेसबुक के फ्री बेसिक्स को झटका देते हुए नेट न्यूट्रेलिटी पर मुहर लगाई थी।

फेसबुक का तर्क था कि वह फ्री बेसिक्स के जरिए आम भारतीय तक इंटरनेट की पहुंच कराना चाहती है। यह सुविधा बिना किसी शुल्क के उपलब्ध होती। यह सुविधा फेसबुक के जरिए उपलब्ध होती और उसके साथी संस्थाओं द्वारा लोगों को इसका लाभ मिलता।

 

 

Related Articles

Back to top button