उत्तर प्रदेश
भारत-पाक तनाव का असर, देश में बिकने बंद हुए प्याज, लहसुन
CHANDIGARAH: LOC पर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक ने PAKISTAN के लोगों के खाने का जायका भी बदल दिया है।
अब पाकिस्तानी किचन में हिंदुस्तान के बजाय चीन के लहसुन,अदरक का तड़का लग रहा है। सेहत के लिए खराब बता पाकिस्तान ने भारत से लहसुन, अदरक खरीदना बंद कर दिया है। अदरक के रोजाना 15 से 20 और लहसुन के 20 से 25 ट्रक का एक्सपोर्ट ठप है।
टमाटर का एक्सपोर्ट भी रुका
पाकिस्तान की भारत से टमाटर की खरीद भी तीन हफ्ते में एक तिहाई रह गई है। तीन हफ्ते पहले वाघा-अटारी बॉर्डर से पाकिस्तान को रोजाना एक्सपोर्ट होने वाले टमाटर के 180 से 200 ट्रक (4000 टन) घटकर 60-70 (1400 टन) रह गए हैं। रोजाना 11 से 12 करोड़ का टमाटर एक्सपोर्ट 4 करोड़ का रह गया है। 3 हफ्ते में कोई 170 करोड़ का टमाटर एक्सपोर्ट घटा है।
क्या कहते हैं सप्लायर्स
पाक पंजाब के फ्रूटस एंड वेजिटेबल्स इम्पोर्टर्स एंड एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के चीफ अमीन भट्टी ने बताया कि काबुल और बलूचिस्तान से बढ़ी सप्लाई के कारण हिंदुस्तान से टमाटर के 60-70 ट्रक आ रहे हैं। मांग घटी है वरना ईद के दिनों रोज 200-250 ट्रक आते थे।
पाकिस्तान ने वापस भेजे लहसुन के 42 ट्रक
अमृतसर में फेडरेशन ऑफ ड्राई फ्रूट एंड करियाना कमर्शियल एसोसिएशन के चीफ अनिल मेहरा ने बताया- “पाकिस्तान को लहसुन और अदरक का एक्सपोर्ट पूरी तरह से बंद है।” “सेहत के लिए खराब बता पाकिस्तान ने लहसुन-अदरक की खरीद पूरी तरह से बंद कर दी है। महीने भर तक पाकिस्तान में रखे लहसुन के 42 ट्रक वापस अटारी भेजे हैं।” “यहां के कारोबारियों को भारी नुकसान हुआ है। लहसुन और अदरक एक्सपोर्ट चीन की लॉबी के हाथों चला गया है।”
दिल्ली,चंडीगढ़ में पाकिस्तानी एग्जीबिशन कैंसिल
15 से 18 अक्टूबर को दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 और 18 अक्टूबर को फिक्की की मदद से लगने वाली आलीशान पाकिस्तान एग्जीबिशन कैंसिल हो गई है। ट्रेड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ पाकिस्तान के चीफ एक्जीक्यूटिव एसएम मुनीर ने बताया, पिछले दो साल से लगने वाले लाइफ स्टाइल एग्जीबिशन में इस बार 350 पाकिस्तान स्टॉल लगने थे। इधर चंडीगढ़ में 21 से 24 अक्टूबर को सीअाईआई फेयर में भी पाकिस्तानी स्टॉल नहीं लगेगे। 19 से 22 नवम्बर तक चंडीगढ़ में लगने वाले सीआईआई एग्रोटेक में भी पाकिस्तानी एग्री मशीनरी कंपनियां भाग नहीं लेंगी।
भारत-पाक के बीच कारोबार
2015-16 के आंकड़ों के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान के बीच करीब 3 बिलियन डॉलर का कारोबार होता था। लेकिन इनडायरेक्ट यह 5 बिलियन डॉलर का है। इनडायरेक्ट ट्रेड का मतलब भारत से थर्ड पार्टी (दुबई) देश होता हुए कई सामान पाकिस्तान जाते हैं। इनमें ज्वैलरी, टेक्सटाइल और मशीनरी शामिल हैं। भारत पाकिस्तान से ड्राय फ्रूटस, मसाले और सीमेंट जैसे कई सामान इसी चैनल के जरिए इम्पोर्ट करता है। वहीं, लहसुन-अदरक जैसी चीजें का कारोबार अटारी के जरिए होता है।