शिमला/ धर्मशाला.भारत-पाक के हाई वोल्टेज मुकाबले के रद्द होने से आहत संगठनों ने वीरवार देर शाम प्रदेश के शहीद स्मारक में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर विरोध जताया। उन्होंने कैंडल जला कर रोष व्यक्त किया और नारेबाजी करते हुए मैच रद्द करवाने वाली ताकतों के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। कैंडल मार्च में भाजयुमो, एचपीसीए पदाधिकारी, स्थानीय युवा व अलग-अलग संगठनों के सदस्यों ने भाग लेकर शहर में जुलूस निकाला।
-धर्मशाला के बदले कोलकाता में मैच करने के निर्णय से क्रिकेट प्रेमियों में निराशा है।
-मैच रद्द होने पर संगठनों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों ने रोष जताया
गलत संदेश गया
भारत-पाकिस्तान मैच को शिफ्ट करने से धर्मशाला के प्रति एक गलत संदेश गया है। सबसे बड़ा नुकसान पर्यटन उद्यमियों जिनमें होटल व रेस्टोरेंट के मालिक को है। इनको मैच के आयोजन से करोड़ों की आमदनी की उम्मीद थी पर पानी फिर गया है। होटलों में मैच के आयोजन को लेकर हुई अग्रिम बुकिंग कैंसिल होने से चारों ओर निराशा का माहौल है।- अश्वनी बामा, प्रेसीडेंट होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन मैक्लोडगंज
राजनीित पड़ी भारी पर्यटन विकास पर व्यक्तिगत हितों की राजनीति भारी पड़ी। इससे आने वाला पर्यटन सीजन भी प्रभावित होगा। पर्यटन को खेल के साथ-साथ विकसित करने के लिए संयुक्त प्रयास होने चाहिए थे लेकिन इसकी कमी रही जिससे प्रदेश को बड़ा नुकसान पहुंचा है। प्रदेश की छवि धूमिल होने से अंतरराष्ट्रीय बहुप्रतिक्षित मैच से मिलने वाले लाभ से भी वंचित होना पड़ेगा। -सौरभ ठाकुर, एमडी होटल जीके कोनिफर
आर्थिक नुकसान कई माह से पर्यटन व्यवसाय मंदी में था। अचानक धर्मशाला के वर्ल्ड कप के मैचों के आयोजन के लिए चयनित होने से कारोबार में बढ़ोतरी की आस बढ़ी थी। लेकिन राजनीतिक स्वार्थों के चलते भारत-पाकिस्तान मैच को बदले जाने से यहां के टैक्सी ऑपरेटर्स को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। टैक्सी ऑपरेटर्स को अच्छे कारोबार की उम्मीद थी लेकिन अब चौपट हो गया है। -रमेश जरियाल, पूर्व अध्यक्ष भागसू टैक्सी ऑपरेटर यूनियन मैक्लोडगंज
आस पर पानी फिरा भारत-पाकिस्तान मैच से छोटे कारोबारियों को बेहतर कारोबार होने की उम्मीद थी। एकाएक छिड़े विवाद के कारण यह सब एक ही निर्णय में समाप्त हो गया। छोटे कारोबारी रकम का जुगाड़ कर अपनी दुकानदारी सजाने में लगे थे लेकिन एक ही निर्णय ने पानी फेर दिया। शेष मैचों से छोटे कारोबारियों को तो कोई फायदा होने वाला नहीं था। -बनवारी लाल, दुकानदार कोर्ट कॉम्पलैक्स धर्मशाला
नगर निगम चुनावों में भी मैच की गूंज नगर निगम धर्मशाला के 27 मार्च को होने वाले चुनावों में भारत-पाकिस्तान मैच के रद्द होने की चर्चा जोर पकड़ने लगी है। चुनाव प्रचार में जुटे प्रत्याशी अब इस मैच को मुद्दा बना कर चुनाव प्रचार करने में जुट गए हैं।
भाजपा समर्थित प्रत्याशियों का आरोप है कि सीएम वीरभद्र सिंह की व्यक्तिगत जिद के कारण यह मैच धर्मशाला से छीना गया है। क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला के लिए एक बड़ी उपलब्धि है जिसका कांग्रेस शुरू से ही विरोध कर नित नए बखेड़े करने का षड्यंत्र रचती रही है।
राजनीति की पिच पर क्रिकेट मैच जारी
सीएम वीरभद्र सिंह ने कहा कि सरकार ने भारत-पाक के बीच मैच के लिए सुरक्षा प्रदान करने के लिए कभी भी इंकार नहीं किया। इस मैच को कोलकाता में कराने का फैसला आईसीसी ने लिया। प्रदेश सरकार ने कभी भी मैच के लिए सुरक्षा देने में असमर्थता नहीं जताई।
ये जानकारी गृह मंत्रालय को भी दे ती थी। इससे पहले भी प्रदेश सरकार ने ऐसे मैचों के लिए सुरक्षा व्यवस्था दी है। उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर द्वारा इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं। राजनीति का जवाब राजनीति से देंगे। मैच पर राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
सीएम ने कहा कि अनुराग का ये आरोप पूरी तरह से निराधार है, जिसमें उन्होंने कहा कि उनके परिवार के सदस्य नहीं चाहते कि धर्मशाला में मैचों का आयोजन हो। मैं खुद खेल प्रेमी हूं।
मैं किसी खेल या खेल संस्थान के खिलाफ नहीं हूूं। मैंने बीसीसीआई सचिव को भी सुझाव दिया था कि वे शहीदों के परिजनों और पूर्व सैनिकों से मिलकर उनका सहयोग मांगें ताकि मैच बिना किसी की भावनों को ठेस पहुंचाए सौहार्दपूर्ण माहौल में किया जा सके।
कलंक को धोने के लिए वर्षों लगेंगे : धूमल
मैच रद्द होने से हिमाचल पर लगे कलंक को धोने के लिए आने वाले सालों में कड़ी मेहनत करनी होगी। नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि हिमाचल को देश दुनिया में शांति प्रिय प्रदेश आैर बेहतर जलवायु के रूप में जाना जाता था। सैलानी ही नहीं बल्कि निवेशक भी हिमाचल में इसके लिए ही पहुंचते थे।
वर्तमान सरकार ने राजनीति कर पूरे देश में प्रदेश का नाम खराब कर दिया है। धर्मशाला में मैच के लिए सभी होटल बुक थे। करोड़ों रुपए की बुकिंग सरकार के इस रवैये के कारण रद्द हो गई है। इस मसले पर राज्य सरकार अब जो मर्जी सफाई दे, लेकिन हिमाचल की जनता जानती है कि इस मसले पर किसने क्या किया है। पूर्व सीएम ने कहा कि राज्य को अपनी छवि बनाने के लिए वर्षों लग जाएंगे।
मैंने प्रदेश में एक ऐसी सरकार कभी नहीं देखी, जो सैलानियों को यहां न आने की बात कहे। सैलानी ज्यादा होने पर सरकार का प्रशासन आैर सैलानियों की व्यवस्था न करें, जिन क्षेत्रों में सैलानियों की संख्या ज्यादा रहती है, वहां पर पानी की सप्लाई भी ठीक न करे।
शांता ने भी किया था मैच का विरोध
भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार ने भी धर्मशाला में मैच के आयोजन का विरोध कर रहे थे। इस बारे उन्होंने प्रधानमंत्री और सीएम को भी लिखित रूप में अवगत करवाया था। राज्य सरकार ने न तो मैच के आयोजन का विरोध किया और न ही सुरक्षा प्रदान करने से इंकार किया।
सीएम ने कहा कि प्रदेश के लोग केवल भारत-पाक मैच का ही विरोध कर रहे थे। अन्य देशों के साथ होने वाले मैच निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार धर्मशाला में खेले जाएंगे। राज्य सरकार उनके लिए अपेक्षित सुरक्षा प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है।
पर्यटन विकास पर व्यक्तिगत हितों की राजनीति भारी पड़ी। इससे आने वाला पर्यटन सीजन भी प्रभावित होगा। पर्यटन को खेल के साथ-साथ विकसित करने के लिए संयुक्त प्रयास होने चाहिए थे लेकिन इसकी कमी रही जिससे प्रदेश को बड़ा नुकसान पहुंचा है। प्रदेश की छवि धूमिल होने से अंतरराष्ट्रीय बहुप्रतिक्षित मैच से मिलने वाले लाभ से भी वंचित होना पड़ेगा। -सौरभ ठाकुर, एमडी होटल जीके कोनिफर
कई माह से पर्यटन व्यवसाय मंदी में था। अचानक धर्मशाला के वर्ल्ड कप के मैचों के आयोजन के लिए चयनित होने से कारोबार में बढ़ोतरी की आस बढ़ी थी। लेकिन राजनीतिक स्वार्थों के चलते भारत-पाकिस्तान मैच को बदले जाने से यहां के टैक्सी ऑपरेटर्स को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। टैक्सी ऑपरेटर्स को अच्छे कारोबार की उम्मीद थी लेकिन अब चौपट हो गया है। -रमेश जरियाल, पूर्व अध्यक्ष भागसू टैक्सी ऑपरेटर यूनियन मैक्लोडगंज
नगर निगम धर्मशाला के 27 मार्च को होने वाले चुनावों में भारत-पाकिस्तान मैच के रद्द होने की चर्चा जोर पकड़ने लगी है। चुनाव प्रचार में जुटे प्रत्याशी अब इस मैच को मुद्दा बना कर चुनाव प्रचार करने में जुट गए हैं।