नई दिल्ली। भारत में भले ही सिगरेट की खपत घट रही हो लेकिन भारतीय महिलाएं की स्थिति पुरुष की अपेक्षा उलट है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि महिला स्मोकर्स की तादाद अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से संसद में पेश की रिपोर्ट के मुताबिक, 2014-15 में 93.2 बिलियन सिगरेट की खपत हुई जो 2012-13 की तुलना में 10 बिलियन कम है। इस दौरान उत्पादन भी गिरा जो 117 बिलियन से 105.3 बिलियन तक पहुंच गया।
भारतीय के लिए इस अच्छी खबर के साथ ही सचेत करने वाली वाली बात यह है महिलाओं स्मोकर्स की संख्या में इजाफा हुआ है। एक वैश्विक तंबाकू अध्ययन के मुताबिक, जहां 1980 में 5.3 मीलियन महिला स्मोकर्स थी वहीं 2012 में यह 12.7 मीलियन तक पहुंच गई है।
अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन की ओर से पिछले साल पेश की गई इस रिपोर्ट में 1980 से 2012 तक 187 देशों का अध्ययन किया गया है।
तंबाकू विरोधी एक्टिविस्ट ने चिंता जताई है कि दुनिया भर में पुरुष स्मोकर्स के बदले महिला स्मोकर्स की संख्या में गिरावट आई है लेकिन भारत में स्थिति इसके उलट है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से किए गए सर्वे के मुताबिक, 2009-10 में 24 फीसदी पुरुष और 17 फीसदी महिलाए धुएं रहित तंबाकू का सेवन करते हैं जबकि 9 फीसदी पुरुष और 1 फीसदी महिलाएं तंबाकू और स्मोक दोनों तरह के तंबाकू का सेवन करते हैं।
सर्वे के मुताबिक, शहरी इलाके की अपेक्षा ग्रामीण इलाके में तंबाकू का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है। ग्रामीण इलाके में 51 फीसदी पुरुष जबकि 24 फीसदी महिलाएं जबकि शहरी इलाकों में 38 फीसदी पुरुष और 12 फीसदी महिलाएं तंबाकू का सेवन करते हैं।
बता दें कि अमेरिका में 1980 में एक तिहाई आबादी तंबाकू का सेवन करती थी लेकिन सरकार और गैर सरकारी संगठनों की ओर से जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाने के बाद से यह आंकड़ा 17 फीसदी तक आ गया है।