नई दिल्ली : भारत और रूस के बीच हुए S-400 मिसाइल डिफेंस समझौते ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को डरा दिया है और उसने मॉस्को से गुहार लगाई है। रूस के साथ भारत के एयर डिफेंस सिस्टम डील पर इस्लामाबाद ने कहा है, कि भारत को हथियार देने वाले देश को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इसके कारण क्षेत्र में शक्ति संतुलन को खतरा नहीं पहुंचे। बता दें कि भारत ने अमेरिकी प्रतिबंधों की चेतावनी को नजरअंदाज कर रूस के साथ यह डील की है। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मुहम्मद फैसल ने कहा कि जो भी देश भारत को हथियार दे रहे हैं, उनको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके इस कदम से क्षेत्र में शक्ति संतुलन को खतरा न पहुंचे। फैसल ने कहा कि उनका देश किसी प्रकार की हथियारों की होड़ के खिलाफ है। हालांकि उन्होंने साथ ही कहा कि पाकिस्तान किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। गौरतलब है कि भारत ने अमेरिका की चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए गत शुक्रवार को रूस के साथ बहुचर्चित व बहुप्रतीक्षित S-400 एयर डिफेंस सिस्टम डील फाइनल कर दी थी। दिल्ली के हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अगुआई में हुई दोनों देशों की द्विपक्षीय वार्ता में इस डील पर मुहर लगी थी। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच स्पेस सहयोग समेत 8 बड़े समझौते हुए। पीएम मोदी और पुतिन ने साझा बयान में इन समझौतों का ऐलान किया। इस मौके पर मोदी ने भारत के साथ संबंधों में गर्माहट लाने के लिए रूसी राष्ट्रपति की जमकर तारीफ की। फैसल ने कहा कि शंघाई सहयोग संगठन की होने वाली बैठक में भारत से बातचीत का कोई प्रस्ताव नहीं है। बता दें कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान पाकिस्तान की बातचीत का प्रस्ताव ठुकरा दिया था। फैसल ने कहा, पाकिस्तान भारत से किसी तरह की बात से भाग नहीं रहा है। हम जम्मू-कश्मीर, सियाचीन और आतंकवाद समेत सभी प्रकार की बातचीत के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान बातचीत से खुद ही हटा था। रेडियो पाकिस्तान के अनुसार चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर पर फैसल ने कहा कि पाकिस्तान और चीन दोनों देश तीसरे पक्ष के निवेश के लिए तैयार हैं। फैसल ने साफ किया सीपीईसी की कोई भी परियोजना का रिव्यू नहीं किया जा रहा है।