भारत से किए वादे पूरा करने में जुटा अमेरिका
वाशिंगटन : राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा से पहले अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ अभियान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की गई अपनी प्रतिबद्धता पूरा करने में मुस्तैदी से जुटा हुआ है। इसमें माफिया सरगना दाउद इब्राहिम को निशाने पर लेना तथा लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, अलकायदा और हक्कानी नेटवर्क को ध्वस्त करना शामिल हैं। इस सप्ताह अमेरिकी वित्त विभाग ने भारत के सर्वाधिक वांछित माफिया सरगना दाउद के दो प्रमुख सहयोगियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाया है। दाउद कराची से अपना डी कंपनी आपराधिक नेटवर्क चलाता है। दाउद के भाई अनीस इब्राहिम की कंपनी मेहरान पेपर मिल को निशाने पर लेना अमेरिका से इस बात का स्पष्ट संकेत है कि डी कंपनी की पाकिस्तान में कितनी गहरी जड़ें हैं।
अनीस और अजीज मूसा बिलाखिया को डी कंपनी के साथ उनके संबंधों को लेकर किंगपिन एक्ट के तहत मादक पदार्थ तस्कर बताया गया है। मोदी और ओबामा ने 30 सितंबर को व्हाइट हाउस में भेंट के बाद आंतकवाद के विरूद्ध संयुक्त एवं ठोस प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया था जिनमें आतंक एवं आपराधिक नेटवर्क के पनाहगाह को ध्वस्त करना तथा अलकायदा, लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद, डी कंपनी एवं हक्कानी नेटवर्क के सभी वित्तीय एवं तकनीकी समर्थन को खत्म करना शामिल हैं। दोनों ने पाकिस्तान से वर्ष 2008 के मुम्बई हमले के कथित गुनाहगारों को इंसाफ की कठघरे में लाने का अपना आह्वान दोहराया था। एजेंसी