भिलाई एसीसी सीमेंट फैक्ट्री में गोली चली, हंगामा
दस्तक टाइम्स/एजेंसी
रायपुर/भिलाई। छत्तीसगढ़ के भिलाई में शनिवार सुबह के जामुल स्थित एसीसी सीमेंट फैक्ट्री में जनरल मैनेजर के गनमैन ने एक मजदूर पर गोली चला दी। इसमें मजदूर अशोक सिंह पिता विश्वनाथ सिंह (4०) बिहार निवासी बुरी तरह घायल हो गया। उसे सेक्टर-9 स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जाता है कि वेतन नहीं मिलने से गुस्साएं मजदूरों ने प्रोजेक्ट ऑफिस पहुंचकर जमकर तोडफोड़ की। वहीं परिसर में खड़ी वाहनों के साथ ही 18 वाहनों में भी जमकर तोड़फोड़ की गई। एसीसी सीमेंट फैक्ट्री में विगत तीन माह से मजदूरों को वेतन नहीं मिला है, जिससे वे आक्रोशित हो हैं। एसीसी प्रबंधन मेकेलिनी भारत (एमबीसीएल) कंपनी को यहां का कार्य ठेके में मिला है। इन सभी कार्यों को एमबीसीएल द्वारा पेटी कांट्रैक्ट के माध्यम से कार्य करवाया जा रहा है। पेटी कांट्रैक्टर के अधीन सैकड़ों मजदूर कार्य कर रहे हैं। शनिवार को मजदूरों ने पेटी कांट्रैक्टर से वेतन मांगा, जिस पर उसने ने जनरल मैनेजर से बात कर वेतन मुद्दे को सुलझाने व वेतन दिलाने की बात कही। जनरल मैनेजर और कांट्रैक्टर के बीच इस मसले पर बातचीत कहासुनी में तब्दील हो गई। इसी बीच मजदूर जनरल मैनेजर के चेम्बर में घुसने लगे। उन्हें रोकने के लिए जनरल मैनेजर के गनमैन ने श्रमिकों पर गोली चला दी।
गोलीकांड के बाद एसीसी सीमेंट फैक्ट्री के पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। हालांकि पुलिस ने गोली चलाने वाले जनरल मैनेजर के सुरक्षा प्रहरी वीरेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
गोली चलने के बाद मजदूर बेहद आक्रोशित हो गए। उन्होंने जमकर कार्यालय एवं वाहनों में तोड़फोड़ की। इसके बाद सभी मजदूर बोगदा पुलिया के पास एकत्रित होकर जामुल थाने पहुंचे।
मजदूरों की ओर से अरुण सिंह (32), धर्मेंद्र सिंह, विश्वनाथ सिंह (3०) और जय सिंह (36) ने जामुल थाने में पहुंचकर इस घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पार्षद राजेश्वरी रेड्डी ने कहा कि इस घटना के बाद से एसीसी प्लांट में कार्य ठप्प पड़ा हुआ है। इस संबंध में यहां के अधिकारियों से चर्चा करने की कोशिश की गई, लेकिन कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं मिला। उनके नीचे के अधिकारी इस संबंध में कुछ भी कहने से गुरेज कर रहे हैं।
प्रगतिशील सीमेंट श्रमिक संघ के उपाध्यक्ष राजकुमार साहू ने कहा कि दोपहर के समय सभी मजदूरों को साथ लेकर एसीसी गेट को जाम किया गया था और नियोगी चौक पर धरना दिया गया। उन्होंने बताया कि उनकी मांग है, एसीसी के जनरल मैनेजर सुनील गुप्ता को गिरफ्तार किया जाए और गोली किसने और क्यों चलाई, इस पूरी घटना की न्यायिक जांच कराई जाए।
मजदूर संघ की शिकायत पर जामुल पुलिस ने प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुनील गुप्ता व गनमैन के खिलाफ धारा 3०7,294,5०6,34 के तहत अपराध कायम कर लिया है। स्थिति अभी तनाव पूण बनी हुई है। घटना को लेकर जामुल पुलिस, एसीसी प्लांट को समाचार मिलने तक सैकड़ों की संख्या में मजदूरों ने घेर रखा है।
मौके पर सीएसीपी छावनी नरेंद्र शर्मा एवं एसडीएम (छावनी) जीआर महिपाल के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
इस मामले पर छत्तीसगढ़ के श्रममंत्री भैय्यालाल राजवाड़े ने फोन पर चर्चा करते हुए कहा कि भिलाई के एसीसी सीमेंट प्लांट में हुई यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने इस मामले को संज्ञान में ले लिया है। इस संबंध में एसपी और कलेक्टर से चर्चा कर रहा हूं। मैंने मामले की निष्पक्ष और उचित जांच के निर्देश दे दिए हैं।’’
उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना बेहद शर्मनाक है। कानून में स्पष्ट उल्लेख है कि फैक्ट्रियों में हर माह के 7 तारीख को वेतन दिया जाना अनिवार्य है। इस मामले में दोषी सभी आरोपियों एवं फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।