उत्तराखंड: गर्मी अपने चरम पर है, इसी कारण जंगलों की आग ने भी विकराल रूप ले लिया है। आग से जंगल लगातार जल रहे हैं, जिस कारण जंगलों को बहुत नुकसान हुआ है।
श्रीनगर में विकासखंड कीर्ति नगर के अंतर्गत राजकीय इंटर कॉलेज खोला कडकोट आग की चपेट में आ गया। आग से विद्यालय के तीन कक्ष जल गए, विद्यालय का फर्नीचर भी जलकर राख हो गया। वन विभाग के अनुसार किसी महिला ने विद्यालय के नजदीक सूखी घास में आग लगाई थी, जिसने स्कूल को अपनी चपेट में ले लिया।
अल्मोड़ा में आग बुझाते वक्त एक कर्मचारी झुलस गया। रुद्रप्रयाग जिले की रुद्रप्रयाग रेंज में आग लगाने के आरोप एक व्यक्ति को पकड़ा गया। उससे 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। राज्यभर में जगह-जगह जंगल सुलग रहे हैं। धुंए से पहाड़ों में धुंध की चादर भी पसरी हुई है।
शुक्रवार को दिन में कालीमठ और बिनसर के जंगल में अचानक आग लग गई। सूचना मिलने पर वन विभाग, प्रशासन और दमकल विभाग की टीम मौके पहुंच गई। वन क्षेत्राधिकारी संचिता वर्मा ने बताया कि आग से काफी मात्रा में वन संपदा को नुकसान पहुंचा है।
अग्निशमन अधिकारी गिरीश बिष्ट ने बताया कि कसारदेवी और बिनसर दोनों जगहों पर जंगल में लगी आग बुझाने के लिए दमकल वाहन भेजा गया है। हवा के कारण आग लगातार फैल रही है। उन्होंने बताया कि गुरुवार दोपहर के समय बिनसर के जंगल में आग लग गई थी। आग की चपेट में आने से करीब डेढ़ हेक्टेयर क्षेत्रफल में वन संपदा जल गई।
इधर चौखुटिया में सिमलखेत के जंगल में चार दिन से लगी आग शुक्रवार को ग्रामीणों ने सरपंच शिशुपाल नेगी के नेतृत्व में सामूहिक रूप से प्रयास कर आग बुझाई। आबादी वाले क्षेत्रों में पहुंच रही आग को बुझाने में लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग के अधिकारी सीजन से पहले वनों को बचाने के लिए बड़ी बड़ी बातें करते हैं परंतु आग लगने पर कोई सुध नही लेते हैं।
सोमेश्वर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत चारों ओर जंगल आग की चपेट में है, वन विभाग आग पर काबू नहीं पा सका है। मेरा गांव मेरा जंगल के योजना तहत दुर्गड़िया के जंगल में ग्रामीणों द्वारा बरसात में लगाए गए पौधे भी आग से नष्ट हो गए हैं। यहां बड़सैल के जंगल से फैली आग महाविद्यालय के पास तक पहुंच गई थी। वहीं मैदड़ी में बरातियों ने गांव के नजदीक पहुंची आग पर काबू पाया।