
दस्तक टाइम्स/एजेंसी- नई दिल्ली:नई दिल्ली: अफगानिस्तान के हिंदूकुश पर्वत में आए 7.5 तीव्रता के जबरदस्त भूकंप से पाकिस्तान और अफगानिस्तान में करीब 280 लोगों की मौत हो गई है, जबकि सैकड़ों अन्य घायल हो गए हैं। उत्तर भारत के कई बड़े इलाकों में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। दोपहर लगभग 2.30 मिनट पर दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके आए, जो कि उत्तराखंड, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में भी महसूस किए गए।
राजस्थान के कई हिस्सों में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। पुलिस मुख्यालय के अनुसार जयपुर, अलवर, जोधपुर, सीकर सहित कई स्थानों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की वजह से कई स्थानों पर लोग घरों से बाहर निकल गए।
अफगानिस्तान के तखार प्रांत में भूकंप के बाद एक स्कूल में मची भगदड़ में 12 छात्राओं की मौत हो गई। पाकिस्तान में भूकंप से कम से कम 214 लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग घायल हो गए। अफगानिस्तान में भी 60 से ज्यादा लोगों को भूकंप में जान गंवानी पड़ी है। पिछले 10 सालों का यह सबसे शक्तिशाली भूकंप है। भारी नुकसान की आशंका को देखते हुए सरकार ने प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव अभियान के लिए सैन्यकर्मियों को रवाना किया है।
घाटी में दहशत के चलते लोग घरों से बाहर निकल आए।
भूकंप के झटकों के बाद दहशत में लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। दिल्ली में भूकंप के झटके महसूस किए जाने के साथ ही मेट्रो परिचालन भी रोक दिया गया, जोकि बाद में बहाल कर दिया गया। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही भी बीच में ही रोक दी गई।
वहीं, जम्मू-श्रीनगर समेत दिल्ली एवं अन्य जगहों पर मोबाइल सेवा भी ठप हो गई। भूकंप ने जम्मू-कश्मीर में बिजली सेवाओं को भी प्रभावित किया। वहीं श्रीनगर में लाल चौक के पुल में सड़क पर दरार आ गई।
भ्ूाकंप के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र में तेज भूकंप की खबर है। इसका भारत के भी कुछ हिस्सों में असर हुआ है। मैं सभी की सलामती की दुआ करता हूं। पीएम ने अगला ट्वीट किया, ‘नुकसान का आकलन किया जा रहा है। जरूरत पड़ी तो हम लोग अफगानिस्तान और पाकिस्तान की मदद के लिए तैयार हैं।’
भूकंप के बाद लालचौक, श्रीनगर में सड़क में दरार तक आ गई।