भूमाफिया घोषित किये गये सपा सांसद आजम खान
रामपुर : किसानों की जमीनें जौहर यूनिवर्सिटी के लिए कब्जा करने के आरोप में फंसे सपा सांसद आजम खां को प्रशासन ने भूमाफिया घोषित कर दिया है। उप जिला अधिकारी की ओर से उनका नाम एंटी भू माफिया पोर्टल पर दर्ज करा दिया गया है। इस पोर्टल पर उन्हीं लोगों के नाम दर्ज कराए जाते हैं जो जमीनों पर कब्जा करते हैं और उन्हें छोड़ते नहीं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति आजम खां के खिलाफ पिछले एक सप्ताह के दौरान जमीन कब्जाने के 13 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। आलियागंज के 26 किसानों ने जिलाधिकारी को शपथ पत्र देकर शिकायत दर्ज कराई थी कि आजम खां ने उनकी जमीन जबरन जौहर यूनिवर्सिटी में मिला ली है। विरोध पर तत्कालीन सीओ सिटी और वर्तमान में जौहर यूनिवर्सिटी के मुख्य सुरक्षा अधिकारी आले हसन खां ने उन्हें डराया, धमकाया और हवालात में बंद किया। इस शपथपत्र के बाद एक मुकदमा 12 जुलाई को प्रशासन की ओर से दर्ज कराया गया। साथ ही उसी रात यूनिवर्सिटी परिसर में आले हसन खां के आवास पर छापा मारा। तब आले हसन हाथ नहीं लग सके, लेकिन पुलिस ने उनके बेटे को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आले हसन के बेटे और पत्नी के खिलाफ भी सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कराया। इसके बाद आलियागंज के उन सभी 26 किसानों ने अजीमनगर थाने में अलग-अलग तहरीर दी। इनमें से 12 किसानों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज हो चुका है, जबकि 14 किसानों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज करने की तैयारी है।
इससे पहले एक जून को भी प्रशासन ने आजम खां और आले हसन के खिलाफ कोसी नदी क्षेत्र की पांच हेक्टेयर सरकारी जमीन कब्जाने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कराया था। इस तरह आजम खां और आले हसन खां के खिलाफ जमीन कब्जाने के आरोप में 14 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। पिछले साल 14 मुकदमे राजस्व परिषद में भी दर्ज कराए गए थे। इनमें आरोप है कि जौहर यूनिवर्सिटी के लिए बिना अनुमति लिए अनुसूचित जाति के लोगों की जमीन खरीदी गई। ग्राम समाज की जमीन के बदले में कम उपयोगी जमीन दी गई। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने कहा कि शासनादेश के मुताबिक ऐसे लोगों को भूमाफिया घोषित किया जाता है जो दबंगई से जमीनों पर कब्जा करने के आदी हैं। जिनके खिलाफ कार्रवाई की गई है वे लोग अवैध कब्जे छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। उत्तर प्रदेश एंटी भू माफिया पोर्टल पर नाम दर्ज होने के बाद सरकार भी इसकी निगरानी करती है। उपजिलाधिकारी सदर प्रेम प्रकाश तिवारी ने बताया कि आजम खां और आलेहसन खां का नाम एंटी भू माफिया पोर्टल पर दर्ज करा दिया गया है। शासन एवं प्रशासन के निर्देश पर अब आगे नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।