भूमि विवाद में महिला की पीट-पीटकर हत्या
-पुलिस बनी रही लापरवाह, सूचना के बाद भी नहीं पहुंची मौके पर
लखनऊ। सरोजनीरगर क्षेत्र में दबंागें ने घर में महिला को अकेला पाकर उसकी जमकर पिटाई कर दी। मां को पीटता देख बेटे ने बीच बचाव किया तो उसे भी मारपीट कर भगा दिया। मां को पीटता देख बेटे ने पिता को सूचना दी। मौके पर पहुंचे महिला के पति तब तक आरोपी भाग चुके थे। पीड़ित ने पुलिस को सूचना दी लेकिन घण्टों बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। इस पर पति घायल पत्नी को लेकर थाने पहुंचा और पुलिस को तहरीर दी। हालांकि पुलिस ने पीड़ित की कोई मदद नहीं की। इस पर किसी तरह एम्बुलेंस की मदद से पत्नी को लोकबन्धु अस्पताल में भर्ती कराया, जहां महिला की मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक, चन्द्रावल गांव में रहने वाला मनोज मजदूर है। मनोज रावत का परिवार के ही पूर्व प्रधान सर्वेश कुमार रावत से पुश्तैनी जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। मनोज का आरोप है कि रविवार शाम उसकी पत्नी गीता (35) घर पर अकेली थी। तभी सर्वेश अपनी पत्नी सुमनलता, भाई राजेश व उसकी पत्नी सरला, भाई समेत अन्य लोगों के साथ उसके घर में घुस गया और उसकी पत्नी की जमकर पिटाई कर दी। गीता की चीख-पुकार सुनकर उसका बेटा अंकुल घर पहुंचा और मां को उनके चुंगल से छुड़ाने की कोशिश की। इस पर दबंगों ने उसकी पिटाई कर भगा दिया। मां को पीटता देख अंकुल ने पिता मनोज को सूचना दी। मौके पर पहुंचे मनोज ने देखा कि गीता बेसुध पड़ी हुई थी। मनोज ने आनन-फानन इसकी सूचना पुलिस को दी, लेकिन करीब एक घंटे तक जब पुलिस मौके पर नहीं पहुंची तो वह पत्नी गीता को लेकर थाने पहुंचा और आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी। इसके बाद वह गीता को लोकबंधु अस्पताल ले गया, जहां रात में ही इलाज के दौरान गीता ने दम तोड़ दिया।
पूरे वारदात में पुलिस लापरवाह बनी रही। पीड़ित की सूचना के बाद भी पुलिस घण्टे भर बाद मौके पर नहीं पहुंची। इस पर मनोज पत्नी को लेकर थाने पहुंच गया, जहां पुलिस ने मामूली मामला समझकर अपना पल्ला झाड़ लिया। देर रात गीता की मौत की खबर पुलिस को हुई तो उसके होश उड़ गये। बताया जा रहा है कि पुलिस ने पहले एनसीआर दर्ज किया था, जिसके बाद पीड़ित परिजनों से दूसरी तहरीर पर आनन-फानन में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।