इस शोध में पाया गया कि इनमें 96 फीसदी कैलीफार्म नाम के बैक्टीरिया होते हैं। यह बैक्टीरिया इंसान के खून और जानवरों के मल में पाया जाता है। इसके अलावा छह अन्य हानिकारक बैक्टीरिया जैसे ई-कोली, क्लेबसिएला, निमोनिया, सेराटिया, फिकारिया भी होते हैं। जब बाहरी जूतों को पहनकर हम घर के भीतर प्रवेश करते हैं, तो यह खतरनाक बैक्टीरिया घर के वातावरण में प्रवेश कर हमारे भोजन, पानी, बिस्तर में चिपक जाते हैं। इनसे सांस संबंधी समस्या, यूरिनल इन्फेक्शन, लीवर संबंधी परेशानी, त्वचा संबंधी रोग आदि होने का खतरा बढ़ जाता है। यूएस की एनवायरनमेंट साइंस एंड टेक्नोलॉजी के एक शोध में कहा गया है कि बाहरी जूतों में खतरनाक टॉक्सिन्स पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हैं। इससे मूड उदास होना, पेट संबंधी समस्या का बढ़ जाना, और आंख में जलन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।