अन्तर्राष्ट्रीय

‘भौतिकी’ में योगदान के लिए इन दो वैज्ञानिकों को मिला 2015 का नोबेल

nobelनई दिल्ली (6 अक्टूबर):भौतिकी (फिजिक्स) मे विशेष योगदान के लिए मंगलवार को नोबेल पुरुस्कार दिए गए। साल 2015 के लिए दो वैज्ञानिकों को यह सम्मान मिला। जिनमें पहले वैज्ञानिक जापान के तकाकी काजिता हैं। जबकि, दूसरे वैज्ञानिक कनाडा के हैं। जिनका नाम आर्थर बी मैकडोनाल्ड है।

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ़ साइंस’ ने जानकारी देते हुए बताया है, कि इन दोनों वैज्ञानिकों ने ब्रह्मांड में सबसे सामान्य तौर पर मिलने वाले कणों न्यूट्रिनोस से संबंधित अद्भुत खोजें की हैं। इनके प्रयोगों से पता चला है कि न्यूट्रिनोस में द्रव्यमान होता है। पहले माना जाता था कि न्युट्रिनो का द्रव्यमान नही होता है। एकेडमी के मुताबिक़, ये ऐसी खोज है जिसने ‘पदार्थ की सबसे आंतरिक कार्यप्रणाली को लेकर हमारी समझ को बदला है। साथ ही इसने ब्रह्मांड के इतिहास, ढांचे और भविष्य को प्रभावित किया है।

गौरतलब है, साल 1901 से अब तक 201 वैज्ञानिकों को भौतिकी का नोबेल पुरस्कार दिया गया है जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। तकाकी और आर्थर ने न्युट्रिनो दोलन (न्यूट्रिनो ओसिलेशन्स) की खोज की। जिससे सिद्ध होता है कि न्युट्रिनो का द्रव्यमान होता है। काजिता काशिवा में टोकियो विश्वविद्यालय मे काम करते है। जबकि आर्थर कनाडा के क्वीनस विश्वविद्यालय किंग्सटन कनाडा में कार्यरत है।

 
 
 

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