उत्तर प्रदेश

भ्रातृशोक पर सांसद कौशल किशोर को पुस्तक ‘अस्थिरता से मुक्ति’ भेंटकर शोक जताया

लखनऊ। मोहनलाल गंज, लखनऊ से भाजपा सांसद कौशल किशोर के लखनऊ स्थित उनके आवास पर जाकर शैक्षिक मोटीवेटर प्रदीप कुमार सिंह तथा आर.डी. पाल, पूर्व लोकपाल, विद्युत विभाग, उत्तर प्रदेश ने उनके बड़े भाई की आकस्मिक मृत्यु पर शोक प्रकट किया। साथ ही दिवंगत बड़े भाई की आत्मा की शान्ति की प्रार्थना भी की। इस दुःख की घड़ी में कौशल किशोर को तेजज्ञान फाउण्डेशन, पुणे के सरश्री द्वारा रचित पुस्तक प्रदीप कुमार सिंह ने ‘अस्थिरता से मुक्ति’ सादर भेंट की। प्रदीप कुमार सिंह ने सांसद को बताया कि हमें दिवंगत बड़े भाई के लिए दुखी होकर उसकी चेतना के जीवन में बाधा नहीं उत्पन्न करना चाहिए। हमें दिवंगत व्यक्ति के चेतना लोक में उसकी प्रगति की ईश्वर से प्रार्थना करना चाहिए। संसार का जीवन हमारा पार्ट वन है तथा चेतना का अनन्त काल का जीवन पार्ट टू है।

श्री सिंह ने बताया कि हमारे जीवन के दो लक्ष्य है- पहला जीविका लक्ष्य तथा दूसरा पृथ्वी लक्ष्य। प्रत्येक व्यक्ति को ईमानदारी से नौकरी या व्यवसाय करके अपने तथा अपने परिवार के लालन-पालन के लिए जीविका लक्ष्य को पूरा करने के साथ ही साथ पृथ्वी लक्ष्य के अन्तर्गत अपनी उच्चतम चेतना का विकास संसार में रहकर करना चाहिए। संसार में हम अपनी चेतना का जिस स्तर तक विकास कर ले जाते हैं उसी स्तर पर पार्ट टू में स्थान मिलता है। आज चेतना के विकास का ज्ञान संसार से लुप्त होता जा रहा है। इस कारण मनुष्य होश के स्थान पर बेहोशी में अनमोल जीवन को जी रहा है। मनुष्य संसार में जीविका लक्ष्य में ही बुरी तरह लिप्त होकर अपने अनमोल जीवन का अंत कर लेता है। इस कारण से मृत्यु के पश्चात उसे चेतना लोक में सबसे नीचे के स्तर पर स्थान मिलने के कारण काफी दुःख तथा पछतावा मिलता है। यह संसार चेतना के विकास की पाठशाला है। संसार में हमें अहंकारमुक्त तथा शिकायतमुक्त रहकर हर परिस्थिति में आनंद के साथ जीवन जीना चाहिए। जीवन सहज, सरल और सुन्दर है। शरीर की मृत्यु शोक का विषय नहीं वरन् आनंद का विषय है।

 

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