

सच्चाई उजागर होने पर अपहरण का मुकदमा खारिज करने के साथ युवक को जालसाजी व रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
इंस्पेक्टर आलमबाग परशुराम त्रिपाठी ने बताया कि मोहल्ला सुजानपुरा निवासी इलेक्ट्रीशियन सुरेंद्र कुमार एक मई को संदिग्ध हालात में लापता हो गया। बहन सुषमा ने विभिन्न स्थानों पर तलाश की। इस बीच उसे धमकी भरा एसएमएस मिला।
इसमें 30 हजार रुपये की मांग करते हुए कहा गया कि रकम न मिलने पर सुरेंद्र की हत्या करके लाश किसी नदी या नाले में फेंक दी जाएगी। पुलिस को सूचना न देने की हिदायत दी गई थी।
घबराई सुषमा ने सुरेंद्र के दोस्तों की मदद से छानबीन कराई। पता चला कि कुछ लोग सुरेंद्र को लाइट का काम कराने के बहाने ले गए थे। अनहोनी की आशंका के चलते सुषमा ने शनिवार को आलमबाग कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई।
अपहरणकर्ता द्वारा भेजे एसएमएस दिखाए। इस पर एसएसपी की सर्विलांस सेल के इंचार्ज धीरेंद्र शुक्ला ने एसएमएस भेजने में इस्तेमाल नंबर का कॉल डिटेल और लोकेशन खंगाला।
सुरेंद्र को पहचानने के लिए सुषमा को एक बंद गाड़ी में भेजा गया। चारबाग छोटी लाइन स्टेशन के सामने मंदिर के पास सुरेंद्र टहलता नजर आया। पुलिस ने थोड़े इंतजार के बाद बाद फिरौती मांगने में इस्तेमाल नंबर पर सुषमा से कॉल कराई।
सुरेंद्र को कॉल रिसीव करते देख पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पूछताछ में कुबूला कि आजमगढ़ की एक युवती से उसकी शादी तय है। उसने साथ घूमने के साथ कुछ फरमाइश कर दी। जैसे तैसे अपना खर्च चला रहे सुरेंद्र के पास रुपये नहीं थे। इसके चलते बहन से फिरौती वसूलने के इरादे से खुद के अपहरण की साजिश रची।