मंत्री की अफसर पत्नी को रूम नहीं मिला तो बंद करवाया रेस्ट हाउस
होशंगाबाद। वनमंत्री गौरीशंकर शेजवार की अफसर पत्नी डॉ. किरण शेजवार को वन विभाग के रेस्टहाउस में रुकने के लिए कमरा क्या नहीं मिला, अधिकारियों ने रेस्टहाउस ही बंद कर दिया। रातों-रात रेस्टहाउस का फनींचर, टेलीफोन, टीवी, एसी को हटवा दिया गया।
होशंगाबाद कलेक्टोरेट के बगल में स्थित हर्बल पार्क में बना वन विभाग का रेस्टहाउस अहम की भेंट गया। रेस्ट हाउस को यकायक बंद करने के बारे में वनविभाग के अधिकारी स्पष्ट तौर पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं, लेकिन इसे बंद करने की जो कहानी सामने आई, वो बड़ी रोचक है।
29 और 30 सितंबर को शहर में जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन की दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई थी। कार्यशाला में हिस्सा लेने डीजी होमगार्ड मैथली शरण गुप्त समेत प्रदेश भर के होमगार्ड के तमाम अधिकारी आए थे। इनमें डीजी समेत कुछ वरिष्ठ अधिकारी इस रेस्ट हाउस के तीन कमरों में रुके हुए थे।
30 सितंबर को वनमंत्री की पत्नी और स्वास्थ्य विभाग की जॉइंट डायरेक्टर डॉ. किरण शेजवार सरकारी दौरे पर होशंगाबाद पहुंची। दिन में जिला अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने रात्रि विश्राम के लिए डीएफओ से रेस्टहाउस का एक कमरा बुक करने के लिए कहा। यह बात जैसे ही वन विभाग के अधिकारियों तक पहुंची उनके हाथ-पैर फूल गए, क्योंकि उस समय सभी कमरे बुक थे।
उसके अगले ही दिन से रेस्टहाउस खाली होना शुरू हो गया। हाउसकीपिंग स्टाफ और चौकीदार ने बताया 1 अक्टूबर को विभाग के कुछ कर्मचारी आए और तीनों कमरों के पलंग, गद्दे, टेलीफोन, टीवी एवं हॉल में रखा सोफा आदि भर कर ले गए। यही नहीं एक कमरे का टॉयलेट भी तोड़ गए हैं। यह टॉयलेट अब इस्तेमाल के लायक नहीं बचा है। इन कर्मचारियों ने बताया जल्द ही किचन में रखा फ्रिज, पांचों एसी भी निकाले जाने हैं। नहीं उठाया फोन डॉ. किरण शेजवार से इस संबंध में उनका पक्ष जानने के लिए कई बार फोन लगाया गया। जो बातचीत करनी थी, उसका ब्योरा भी लिखकर मैसेज किया लेकिन कोई जवाब नहीं आया।
एसडीओ साहब के पास वन मंत्री की पत्नी का रेस्टहाउस में ठहरने के लिए फोन आया था। लेकिन उस समय भोपाल के कुछ अधिकारी आए थे, इसलिए सभी कमरे फुल थे। इस कारण मंत्री जी की पत्नी से एसडीओ साहब ने निवेदन किया था कि रेस्टहाउस तो फुल है, ठहरने की कहीं और व्यवस्था करवा देंगे। अब अचानक रेस्टाहउस का सामान फर्नीचर, एसी व टीवी हटवा दिया गया है। टॉयलेट भी तोड़ दिया, जो अब उपयोग के लायक नहीं बचा है।