कर्नाटक के गृहमंत्री के.जे. जार्ज ने एक बेहद विवादास्पद बयान दिया है। जॉर्ज ने दो लोगों द्वारा बलात्कार को सामूहिक बलात्कार मानने से इनकार करते हुए इस अपराध की नई व्याख्या कर दी।
एक टीवी चैनल से बात करते वक्त जार्ज ने अपनी उत्सुक्ता दिखाते हुए कहा कि उनकी नजर में एक सामूहिक बलात्कार के लिए कम से कम तीन या चार लोग होने जरूरी हैं। उन्होंने यह मामने से भी इनकार कर दिया कि दो लोगों द्वारा किया गया बलात्कार सामूहिक बलात्कार की श्रेणी में आता है।
खुद ही पूछे प्रश्न
जार्ज ने सवालिया लहजे में पूछा, दो लोगों द्वारा किया गया बलात्कार सामूहिक बलात्कार कैसे हो सकता है? किसी बलात्कार को सामूहिक बलात्कार कहने के लिए कम से कम तीन या चार लोग नहीं होने चाहिए? एक राष्ट्रीय चैनल पर दिए गए उनके इस बयान से विवाद खड़ा हो गया है।
जार्ज का यह बयान पिछले सप्ताहांत पर कॉल सेंटर में काम करने वाली महिला के साथ हुए सामूहिक बलात्कार के मामले में सामने आया है। इसके अलावा एक अन्य घटना में भी बीपीओ के पुरुष कर्मचारी के साथ बलात्कार की घटना भी सुर्खियों में छाई हुई है।