मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंन्द्र मिश्रा पहुंचे अयोध्या
अयोध्या : रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र शनिवार को अयोध्या पहुंच गए हैं। यहां उन्होंने हनुमानगढ़ी पहुंचकर बजरंगबली के दरबार में पूजा-अर्चना की। अयोध्या प्रवास के दौरान वे रामलला का दर्शन करने के साथ ही मंदिर निर्माण की दृष्टि से अधिगृहित परिसर का जायजा भी लेंगे। हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने बताया कि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष हनुमान गढ़ी में पूजा-अर्चन करने के बाद रामलला के दर्शन करने पहुंचे हैं। इस दौरान उनके साथ एमपी अग्रवाल, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा भी मौजूद हैं। उनके साथ वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की तकनीकी टीम के प्रमुख एके मित्तल भी हैं। साथ ही एलएनटी के इंजीनियर दिवाकर त्रिपाठी भी हैं। बैठक में पूर्व आईएएस गृह विभाग अशोक सिंह शामिल होंगे। नृपेंद्र मिश्र की पूरी टीम उनके साथ आई है। ये सभी लोकेशन देखने के पश्चात भव्य परिसर और मंदिर निर्माण की रूपरेखा तैयार करेंगे। इससे पहले वह लखनऊ में रात बिताने के बाद अयोध्या सर्कट हाउस पहुंचे। जहां कमिश्नर एमपी अग्रवाल, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा और एसएसपी आशीष तिवारी ने नृपेंद्र मिश्र अगवानी की। सर्कट हाउस से हनुमानगढ़ी के लिए रवाना हुए। यहां उन्होंने बजरंगबली के दरबार में दर्शन व आरती की। इसके बाद वह रामजन्मभूमि परिसर का जायजा लेंगे। नृपेंद्र मिश्र की यह यात्रा मंदिर निर्माण की ²ष्टि से बेहद अहम मानी जा रही है। वह शनिवार की रात अयोध्या में बिताएंगे और अगले दिन यानी रविवार को दोपहर में दिल्ली लौटने से पूर्व श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के स्थानीय सदस्यों और जिम्मेदार अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे।
हालांकि, श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक के दौरान ही मंदिर निर्माण कार्य शुरू करने की दृष्टि से निर्णायक घोषणा की जाएगी। वहीं नृपेंद्र मिश्र का अयोध्या में रात्रि प्रवास इस बात की ओर संकेत कर रहा है कि वे इस दौरे से पहले अपना होमवर्क पूरा करके आए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि रविवार को ट्रस्ट के स्थानीय सदस्यों के साथ बैठक के दौरान मंदिर निर्माण की दिशा में ठोस कदम बढ़ाए जाएंगे। बैठक में मंदिर के मॉडल, डिजाइन, निर्माण की अवधि, लागत आदि के बारे में विस्तृत चर्चा होने की संभावना है। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान नृपेंद्र मिश्र ने अयोध्या के विकास के लिए प्रस्तावित योजनाओं और विभिन्न विभागों जैसे पर्यटन, लोक निर्माण, संस्कृति आदि विभागों की ओर से किए जाने वाले कार्यों पर भी विचार-विमर्श किया।