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मजिदी बढ़ाएंगे गोवा फिल्म फेस्टिवल की शान

मुंबई : सिनेमा प्रेमियों के बीच इन दिनों गोवा फिल्म फेस्टिवल की चर्चा है। 20 से 28 नवंबर तक चलने वाले इस फेस्टिवल में इस बार बहुत कुछ खास है। पहली खास बात यह है कि इस बार फेस्टिवल की शुरुआत होगी फिल्म बियॉन्ड द क्लाउड्स से। इस फिल्म को बनाया है, मशहूर ईरानी फिल्ममेकर माजिद मजिदी ने। यह उनकी पहली भारतीय फिल्म है। इस फिल्म में ईशान खट्टर और मालविका मोहनन मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म में प्यार, दोस्ती और पारिवारिक बॉन्डिंग की अनोखी मिसाल पेश की गई है। उनकी इस फिल्म का म्यूजिक एआर रहमान ने दिया है और डायलॉग लिखे हैं, विशाल भारद्वाज ने। जिन लोगों के लिए मजिदी का नाम नया है, उनके लिए जानना जरूरी है कि वह सिर्फ ईरान तक ही सीमित नहीं हैं। उनके सिनेमा को चाहने और पसंद करने वाले लोग दुनिया भर में हैं। 1998 में माजिद ने बतौर निर्देशक चिल्ड्रेन ऑफ हेवेन का निर्देशन किया था। इस फिल्म को सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म की श्रेणी में ऑस्कर सम्मान के लिए नामित किया गया था। ऑस्कर के लिए नामित होने वाली यह पहली ईरानी फिल्म थी।

मजीदी का जन्म 17 अप्रैल-1959 को तेहरान में हुआ था। उन्होंने अपना करियर बतौर एक्टर शुरू किया, लेकिन अब उन्हें बेहतरीन फिल्मकार के तौर पर जाना जाता है। उन्होंने 14 साल की उम्र में रंगमंच अभिनेता के रूप में काम करना शुरू कर दिया था। बाद में तेहरान के रंगमंच कला संस्थान से पढ़ाई की। 1979 में ईरान की क्रांति के बाद सिनेमा में उनकी रुचि और भी बढ़ गई। माजिद की चर्चित फिल्मों में कलर ऑफ पैराडाइज, बरन और द विलो ट्री शामिल हैं। साल 2008 में उनकी फिल्म द सॉन्ग ऑफ स्पैरो को भी विशाखापट्नम फिल्म फेस्टिवल में दिखाया गया था। बता दें कि इस बार गोवा फेस्टिवल के लिए 26 भारतीय फिल्मों को चुना गया है। इसमें ब पीहू (हिंदी), क्षितिजश(मराठी), कच्चा लिंबू(मराठी), कासव (मराठी) और न्यूटन (हिंदी) शामिल हैं। इसमें जॉली एलएलबी-2 और बाहुबली: द कनक्लूजन जैसी पॉपुलर फिल्में भी शामिल हैं। नॉन फीचर फिल्मों में कमल स्वरूप की पुष्करपुराण, अमर कौशिक की आबा, प्रतीक वत्स की एन ओल्ड मैन शामिल हैं।

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