मथुरा में धरने के नाम पर अतिक्रमण करने वालों की मांगें : 1 रु. में 60 लीटर डीजल
एजेंसी/ मथुरा: मथुरा के जवाहर बाग में अतिक्रमण हटाने पहुंचे पुलिस दस्ते पर फायरिंग की गई। यहां रह रहे लोगों ने धरने के नाम पर 2 साल अतिक्रमण कर रखा था। इनकी मांगें भी कम अजीबोगरीब नहीं थीं। इन मांगों में भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का चुनाव रद्द करना, वर्तमान करेन्सी की जगह ‘आजाद हिंद फौज’ करेन्सी शुरू करना, एक रुपये में 60 लीटर डीजल और एक रुपये में 40 लीटर पेट्रोल की बिक्री करना शामिल है।
21 लोगों की मौत
पुलिस दस्ते पर फायरिंग में घायल एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और एसओ संतोष यादव की मौत हो गई है। फायरिंग में 19 उपद्रवियों की भी मौत हुई है। 12 पुलिसवाले जख्मी हुए हैं जबकि 40 से अधिक लोग घायल हैं।तकरीबन 280 एकड़ में फैले जवाहर बाग़ के कई हिस्सों में उपद्रवियों ने आग लगा दी, हालांकि अब जवाहर बाग को खाली करा लिया गया है। अंदर से भारी मात्रा में हथियार मिले हैं।
दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश
मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल को भेजा गया है। सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मामले की जांच के भी आदेश दे दिए गए हैं।
बागवानी विभाग की संपत्ति है जवाहर बाग
करीब दो साल पहले, बाबा जय गुरुदेव से अलग हुए समूह के कार्यकर्ताओं ने खुद को ‘आजाद भारत विधिक विचारक क्रांति सत्याग्रही’ घोषित किया था और धरने की आड़ में जवाहर बाग की सैकड़ों एकड़ भूमि पर कब्जा कर लिया था।जवाहर बाग बागवानी विभाग की संपत्ति है। कब्जा हटाने के अदालत के आदेश के बावजूद विरोध की वजह से जमीन खाली नहीं कराई जा सकी थी।