अपराधउत्तर प्रदेश
मथुरा में व्यापारी को बंधक बनाया, बैंक डिटेल पूछ वसूला 30 लाख रुपये
मथुरा में चेन्नै के एक व्यापारी को बंधक बनाकर उससे 30 लाख रुपये वसूलने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि व्यापारी को कम दामों में स्क्रैप खरीदने का लालच देकर एक गांव में बुलाया और वहां उसे बंधक बना लिया। इसके बाद व्यापारी से उसके बैंक की डिटेल ली गई और फिरौती की रकम तय हुई।
पुलिस के मुताबिक यह वारदात फरवरी 2018 की है। यहां चेन्नै निवासी
एल्युमिनियम उत्पाद निर्माता एसटी सैयद उमर मुख्तार अपने चचेरे भाई इब्राहिम के साथ 23 फरवरी को स्क्रैप का माल खरीदने के इरादे से दिल्ली हवाईअड्डा पहुंचे। मथुरा के कुछ लोग उन्हें लेने पहुंचे। ये वही लोग थे जिन्होंने किसी व्यापारिक वेबसाइट पर उनका विज्ञापन देख एल्युमिनियम कबाड़ बेचने के लिए सौदा करने का ऑफर दिया था।
बैंक बैलेंस पूछ तय की फिरौती की रकम
छाता क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक चंद्रधर गौड़ के अनुसार, ‘बदमाश उन्हें उटावड़ गांव ले गए और दोनों को एक मकान में बंद कर उनसे उनके बैंक बैलेंस की जानकारी लेने के बाद 30 लाख रुपए की फिरौती देने को दबाव बनाया गया।’बदमाशों ने बंधक बनाए गए व्यापारियों से फिरौती की रकम वसूलने के बाद ही मुक्त किया।
एल्युमिनियम उत्पाद निर्माता एसटी सैयद उमर मुख्तार अपने चचेरे भाई इब्राहिम के साथ 23 फरवरी को स्क्रैप का माल खरीदने के इरादे से दिल्ली हवाईअड्डा पहुंचे। मथुरा के कुछ लोग उन्हें लेने पहुंचे। ये वही लोग थे जिन्होंने किसी व्यापारिक वेबसाइट पर उनका विज्ञापन देख एल्युमिनियम कबाड़ बेचने के लिए सौदा करने का ऑफर दिया था।
बैंक बैलेंस पूछ तय की फिरौती की रकम
छाता क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक चंद्रधर गौड़ के अनुसार, ‘बदमाश उन्हें उटावड़ गांव ले गए और दोनों को एक मकान में बंद कर उनसे उनके बैंक बैलेंस की जानकारी लेने के बाद 30 लाख रुपए की फिरौती देने को दबाव बनाया गया।’बदमाशों ने बंधक बनाए गए व्यापारियों से फिरौती की रकम वसूलने के बाद ही मुक्त किया।
व्यापारी मुक्त होते ही पहुंचे थाने
बंधक व्यापारी अपने घर वापस लौटे तब उन्होंने फरीदाबाद के एक जानकारव्यापारी के साथ पुलिस में मामले की शिकायत दर्ज कराई। पीड़ित व्यापारी ने बताया कि बदमाशों ने कनपटी पर पिस्तौल लगाकर नेटबैकिंग के माध्यम से 30 लाख रुपये मैसर्स सफारी किट्स मैटल नाम के खाते में ट्रांसफर करवाए। बाद में, आधार कार्ड, सहित तमाम कागजातों पर हस्ताक्षर कराकर गुड़गांव में सुनसान स्थान पर छोड़कर भाग गए। डीसीपी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।