आगरा। पति की सताई और वक्त की ठोकर खाई महिला को मदद के बहाने एक महिला ने अपने चंगुल में फंसा लिया। एक साल बंधक बनाकर घर का काम करवाया। उसके बाद अधेड़ को बेच दिया। अधेड़ ने उसके साथ दुराचार किया। बाद में दोस्तों को परोस दिया। गुरुवार सुबह वह किसी तरह चंगुल से निकल भागी। भाजपा नेत्री के पास पहुंच गई। परसा, पटना निवासी रानी (बदला हुआ नाम) की शादी 2011 में बिहार के रहने वाले युवक से हुई थी। पति मजदूरी करता है। वह शादी के बाद उसे पहले चंडीगढ़ और फिर हैदराबाद ले आया। वहां उसके संबंध अन्य महिला से हो गए। घर में उस महिला को ले आता था। पत्नी के सामने ही आपत्तिजनक व्यवहार करता था। पत्नी विरोध करती तो उसे बेरहमी से पीटता। जान से मारने का प्रयास भी किया। आजिज आई रानी तीन साल पहले वह घर से निकल आई। रेलवे लाइन पर पहुंच गई। ट्रेन के आगे छलांग लगाकर जीवन लीला समाप्त करना चाहती थी। तभी वहां बटेश्वर की रहने वाली सरिता आ गई। सरिता ने उसे घर वापस भेजने और नौकरी दिलाने का भरोसा दिया। सरिता उसे अपने घर ले आई। एक साल घर में बंधक बनाकर रखा और घरेलू कामकाज करवाए।
दो साल पहले सरिता ने रानी का सौदा सुल्तानगंज की पुलिया निवासी अधेड़ से कर दिया और इसके एवज में रुपये वसूले थे। अधेड़ ने पत्नी बनाने की बात कही। रोज उसके साथ नशे में दुराचार करता था। रानी चुपचाप जुल्म सह रही थी। एक दिन अधेड़ अपने दोस्त को भी घर ले आया। दोस्त के सामने उसे परोस दिया। यह सिलसिला बढ़ता ही गया और उससे देह व्यापार कराया जाने लगा। गुरुवार सुबह अधेड़ अपने परिवार के लोगों के साथ शादी में चला गया और रानी को भागने का मौका मिल गया। वह सुल्तागंज की पुलिया के सर्विस रोड पर खड़ी थी। बदहवास थी। एक राहगीर ने उससे पूछताछ की और भाजपा नेत्री कुंदनिका शर्मा के पास पहुंचा दिया। पीड़िता की व्यथा सुन भाजपा नेत्री उसे इंसाफ दिलाने के लिए एसपी सिटी कार्यालय ले आईं। एसपी सिटी ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।