मध्य प्रदेश में भाजपा ने की बहुमत परीक्षण की मांग, दिग्विजय बोले- हमारे विधायकों को बनाया गया बंधक
भोपाल : ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने के बाद से मध्यप्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। उनके समर्थन में 22 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। जिससे कि कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई है। वहीं राजनीतिक उठापटक के बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है। जहां भाजपा राज्य में बहुमत परीक्षण कराने की मांग कर रही है। वहीं सिंह का कहना है कि भाजपा ने उनके विधायकों को बंधक बनाया हुआ है। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले सिंधिया को लेकर दिग्विजय का कहना है कि वह भाजपा में सुरक्षित रहें। उन्होंने ट्वीट कर कहा, भगवान से प्रार्थना करता हूं कि सिंधिया को भाजपा में सुरक्षित रखें। नामांकन भरने के बाद सिंह ने मध्यप्रदेश की राजनीतिक स्थिति पर कहा, ‘विधानसभा में बहुमत परीक्षण नहीं हो सकता क्योंकि 19 विधायकों के इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया गया है। उन्हें खुद स्पीकर के सामने आना पड़ेगा और अपने बारे में बात करनी होगी। इन विधायकों को भाजपा ने बंधक बनाया हुआ है।’
भाजपा ने 16 मार्च को मध्यप्रदेश में बहुमत परीक्षण कराने की मांग की है। कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद 15 महीने की कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल छा गए हैं। मध्य प्रदेश भाजपा के चीफ व्हिप नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को कहा, चूंकि सरकार अल्पमत में है, हम राज्यपाल से अनुरोध करेंगे कि 16 मार्च को बजट सत्र की शुरुआत में विधानसभा में बहुमत परीक्षण कराया जाए। राज्यपाल और स्पीकर के पास 22 विधायकों का इस्तीफा है।