नई दिल्ली(एजेंसी)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बुधवार को चार दिन की ब्रूनेई और इंडोनेशिया की यात्रा के लिए प्रस्थान करेंगे। भारत दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के साथ आर्थिक वाणिज्यिक संबंध बढ़ाने के साथ-साथ उस क्षेत्र में सुरक्षा, संपर्क और संस्कृति संबंधों को भी मजबूत करना चाहता है।सिंह इस यात्रा में ब्रूनेई दारूस्सलाम में 10 अक्टूबर को हो रहे पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन और आसियान भारत शिखर बैठक में हिस्सा लेंगें। इसके बाद वह इंडोनेशिया की व्दिपक्षीय यात्रा पर जाएंगे।
वहां चर्चाओं में विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा भी उसके साथ शामिल होंगे।
यह यात्रा इसलिए महत्वपूर्ण है कि भारत 2013 के अंत तक सेवा और निवेश के संबंध में 10 देशों के संगठन आसियान (दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के संगठन) के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीएय) पर विचार कर रहा है। आसियान में ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमा, फिलिपीन,सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम शामिल हैं।
भारत और आसियान के बीच वस्तुओं के मुक्त व्यापार का समझौता है और इससे इस क्षेत्र में व्यापार बढ़ाने में उल्लेखनीय मदद मिली है। आसियान-भारत व्यापार फिलहाल 76 अरब डॉलर का है जो अनुमान है कि 2015 तक बढ़कर 100 अरब डॉलर और 2022 तक 200 अरब डॉलर होगा। भारत और आसियान क्षेत्र के बीच सहयोग के क्षेत्र में विज्ञान व प्रौद्योगिकी, कृषि, पर्यावरण, मानव संसाधन, अंतरिक्ष, ऊर्जा, दूरसंचार, बुनियादी ढांचा क्षेत्र, पर्यटन, संस्कृति, स्वास्थ्य और फार्मा शामिल हैं। आसियान देशों और ऑस्ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, न्यूजीलैंड, रूस और अमेरिका के साथ अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंच पूर्वी एशिया सम्मेलन के दौरान बिहार के महत्वाकांक्षी नालंदा विश्वविद्यालय पर एक अंतर-सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद हैं। इस विश्वविद्यालय की स्थापना नालंदा विश्वविद्यालय से 12 किलोमीटर दूर होगी जहां पहला शैक्षणिक सत्र 2014 से शुरू हो सकता है।
-ऑस्ट्रेलिया पीएम से मिलेंगे मनमोहन
ब्रुनेई दारूस्सलाम की राजधानी बंदर सेरी बेगावान में सम्मेलन के मौके पर सिंह के ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी अबॉट से मिलने की उम्मीद है और दोनों नेता यूरेनियम बिक्री के संबंध में चर्चा कर सकते हैं।