नई दिल्ली : लंदन की 19 लाख पाउंड कीमत वाली एक संपत्ति के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आज (19 फरवरी 2019) कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बहनोई और प्रियंका गांधी के पति राबर्ट वाड्रा से पूछताछ करेगा। उन्हें मंगलवार को पूछताछ के लिए दुबारा समन भेजा गया था। ईडी के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया, ‘वाड्रा को जांच एजेंसी के समक्ष मंगलवार सुबह 10.30 बजे पेश होने को कहा गया है।’ उधर, राजस्थान हाई कोर्ट ने रॉबर्ट वाड्रा की गिरफ्तारी पर लगी रोक सोमवार को आगे बढाते हुए उन्हें जांच में ईडी का सहयोग करने को कहा। ईडी वाड्रा से जुड़ी एक फर्म के खिलाफ कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है।
न्यायमूर्ति पी. एस. भाटी ने वाड्रा के वकील की ओर से जांच में सहयोग का आश्वासन मिलने के बाद मामले की सुनवाई के लिए 15 मार्च की तारीख तय की है। वाड्रा के वकील कुलदीप माथुर ने अदालत को बताया, ‘कोर्ट के निर्देशानुसार वाड्रा 12 फरवरी को ईडी के समक्ष उपस्थित हुए थे और जांच में सहयोग कर रहे हैं। नया समन दिल्ली की एक अदालत द्वारा शनिवार को वाड्रा के अंतरिम जमानत की अवधि 2 मार्च तक के लिए बढ़ाए जाने के बाद जारी किया। इससे पहले ईडी ने वाड्रा ने इस मामले 6, 7 और 9 फरवरी को 24 घंटों से अधिक समय तक पूछताछ की थी। यह मामला 19 लाख पाउंड की अघोषित संपत्ति के स्वामित्व से जुड़ा है, जो कथित तौर पर वाड्रा से संबंधित है। उनसे बीकानेर जमीन मामले में भी ईडी ने जयपुर में दो बार पूछताछ की थी।
ईडी ने शुक्रवार को वाड्रा के दिल्ली के सुखदेव विहार स्थित घर की 4.43 करोड़ रुपए की स्थायी संपत्ति को जब्त कर लिया। यह घर वाड्रा की कंपनी स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी प्रा. लि. के नाम पर है। कोर्ट ने 2 फरवरी को वाड्रा को 16 फरवरी तक के लिए अंतरिम जमानत दी थी और उनसे 6 फरवरी को जांच में शामिल होने को कहा था। ईडी ने मनोज अरोड़ा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला तब दर्ज किया था जब आयकर विभाग द्वारा 2015 के मनी लॉन्ड्रिंग मामले के तहत भगोड़े हथियार कारोबारी संजय भंडारी के खिलाफ चल रही जांच के दौरान उसकी भूमिका सामने आई थी। ईडी का दावा है कि अरोड़ा, वाड्रा के स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी का कर्मचारी है, जिसे वाड्रा के विदेश स्थित अघोषित संपत्तियों की जानकारी है और वह धन की व्यवस्था करने में सहायक था।