बेंगलुरू (एजेंसी)। महान भारतीय गायक मन्ना डे का गुरुवार तड़के बेंगलुरू के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। 94 साल के मन्ना डे लंबे समय से बीमार थे। शहर के रवींद्र कलाक्षेत्र में सैंकड़ों प्रशंसकों ने उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए और उन्हें श्रद्धांजलि दी। नारायणा हॉस्पिटल के एक प्रवक्ता के. एस. वासुकी ने यहां बताया कि मन्ना दा ने सुबह चार बजे अंतिम सांस ली। अधिक उम्र हो जाने के कारण और गुर्दे की समस्या एवं दिल के काम करना बंद कर देने से देर रात अचानक उनकी हालत बिगड़ गई। बहुमुखी गायक मन्ना डे के परिवार में दो बेटियां रमा और सुमिता हैं। गुरुवार सुबह उनके पार्थिव शरीर को अस्पताल से रवींद्र कलाक्षेत्र ले जाया गया जहां युवा बच्चों बूढ़ों सहित सैंकड़ों लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किए और श्रद्धांजलि दी। मन्ना डे को इसी साल जून महीने में सांस की तकलीफ और फेफड़ों में संक्रमण की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया था। डे के परिजन गुरुवार शाम शहर के पश्चिमोत्तर इलाके में स्थित हब्बल शवदाहगृह में उनका अंतिम संस्कार करेंगे।गुरुवार सुबह मन्ना डे की मौत का पता चलते ही उनके प्रशंसकों में निराशा फैल गई। सात दशकों तक अपनी अनोखे जादुई सुरों से लोगों को मंत्रमुग्ध कर देने वाली आवाज आज हमेशा के लिए खामोश हो गई। बांग्ला समुदाय के लाखों लोग दुख की इस घड़ी में उनके परिवार और परिजनों के साथ हैं। डे बॉलीवुड संगीत का सुनहरा दौर कहे जाने वाले किशोर कुमार मुकेश और मोहम्मद रफी जैसे कलाकारों के समकालीन थे।
कर्नाटक के राज्यपाल एच. आर. भारद्वाज और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी राज्य में संगीतकार और कलाकार बिरादरी के साथ मिलकर मन्ना डे को श्रद्धांजलि अर्पित की। मन्ना डे ने अपने सात दशकों के करियर में 3 5०० से ज्यादा गाने गाए। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें बंगाल विशेष महा संगीत सम्मान से सम्मानित किया था। उन्हें दो बार सर्वश्रेष्ठ गायक का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी नवाजा गया था। भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री और पद्मभूषण से सम्मानित किया था।उनके गाए मशहूर गीतों में ‘आजा सनम मधुर चांदनी में हम’ , ‘चुनरी संभाल गोरी’ , ‘जिंदगी कैसी है पहेली’ , ‘चलत मुसाफिर मोह लियो रे’ , ‘तेरे बिन आग ये चांदनी’ , ‘मुड़ मुड़ के न देख’ , ‘ऐ भाई जरा देख के चलो’ , ‘यशोमती मईया से बोले नंदलाला’ , ‘ऐ मेरे प्यारे वतन’ , ‘ऐ मेरी जोहरा जबीं’ और ‘यारी है ईमान मेरा’ जैसे गीत शामिल हैं।