मन की बात : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा—नशे का नया तरीका युवाओं को तबाह न करे, इसलिये ई—सिगरेट पर लगाया प्रतिबंध
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सुर सामज्ञ्री लता मंगेशकर के जन्मदिन का किया जिक्र
नई दिल्ली : अपने दूसरे कार्यकाल में आज चौथी बार ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में दीपावली पर पटाखे छोड़ने के दौरान दूसरों की परेशानियों का ख्याल रखने की अपील की।
मोदी ने युवाओं को ई-सिगरेट के खतरे बताए और तंबाकू सेवन छोड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी देश का भविष्य हैं, जिसको नशे से बचाने के लिए सरकार ने ई-सिगरेट पर प्रतिबंध लगाया है। अधिकांश लोगों को ई-सिगरेट के खतरे के बारे में जानकारी नहीं है जबकि यह स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। ई-सिगरेट में कई खतरनाक केमिकल मिलाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि तम्बाकू का नशा छोड़ दें और ई-सिगरेट के बारे में कोई भी गलतफहमी नहीं पालें। प्रधानमंत्री मोदी ने महात्मा गांधी की 150वीं जन्म जयंती पर स्वच्छता का संकल्प लेने और सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ चलाए जाने वाले अभियान में शामिल होने की अपील की।
मोदी ने इससे पहले 25 अगस्त को मन की बात में संबोधित किया था। तब मोदी ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी त्योहार पर बात करते हुए कहा था कि भारत से दो मोहन का नाता रहा है-एक सुदर्शन चक्रधारी (भगवान श्रीकृष्ण), तो दूसरे चरखाधारी (महात्मा गांधी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में सुर सम्राज्ञी लता मंगेशकर के साथ खास बातचीत शेयर किए। मोदी ने अमेरिका रवाना होने से पहले लता मंगेशकर को फोन कर जन्मदिन की अग्रिम बधाई दी थी। उन्होंने मशहूर गायिका को 90वें जन्मदिन की बधाई देने के अनुभव को शेयर करते हुए कहा कि यह बड़ी बहन और छोटे भाई के बीच हुए संवाद जैसा था। लता दीदी से बात करने का अनुभव ऐसा ही था जैसा किसी छोटे भाई और बड़ी दीदी के बीच दुलार का होता है। मोदी ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि लता दीदी की मां भी गुजराती थीं और जब भी मुझे दीदी से मिलने का सौभाग्य मिला तो उन्होंने कोई न कोई गुजराती खाना मुझे खिलाया। लता मंगेशकर ने पीएम मोदी से अगली मुलाकात में फिर से गुजराती खाना खिलाने का वादा भी किया।