ममता के आगे झुके ट्रंप, अपने बेटे को आखिरी बार गले लगाने अमेरिका आई मां
शायमा इस वक्त मिस्त्र में रह रही हैं। उनका दो साल का बेटा अबदुल्ला हसन ब्रेन की बीमारी के साथ पैदा हुआ था। जिसके बाद डॉक्टरों ने कहा कि वह अधिक समय तक जी नहीं पाएगा। अबदुल्ला के पिता अली हसन (22) ने कहा कि गरिमा के साथ शोक मनाने के लिए यात्रा की इजाजत मिली है। शायमा बुधवार को सैन फ्रांसिस्को इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंची, जहां उन्हें कई शुभचिंतक मिले। यहां से वह कैलिफोर्निया के अस्पताल जाएंगी।
अब वह बच्चों के उसी अस्पताल में पहुंचने वाली हैं, जहां उनका बेटा लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर है। उन्हें मंगलवार सुबह अमेरिका आने की इजाजत मिली। ये जानकारी काउंसिल ऑन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशन्स (सीएआईआर) ने दी है। एक साल से ये परिवार कानूनी लड़ाई लड़ रहा था।
क्या है मामला?
बच्चे के पिता हसन अमेरिकी नागरिक हैं और स्टॉकहोम में रहते हैं। यमन में 2016 में हसन ने शायमा से शादी की और वह मिस्त्र आ गए। वह 2017 से ही अपनी पत्नी के लिए वीजा मांग रहे हैं लेकिन उन्हें वीजा नहीं मिल रहा था। ट्रंप के यात्रा प्रतिबंध के कारण शायमा अमेरिका नहीं आ पा रही थी। ट्रंप ने उत्तर कोरिया, वेनेजुएला सहित यमन एवं चार मुस्लिम देशों के नागरिकों के अमेरिका आने पर प्रतिबंध लगाया है।