कोलकाता। तृणमूल सुप्रीमो व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग के कारण बताओ नोटिस का जवाब समयसीमा खत्म होने से पहले ही दे दिया है। पहले आयोग ने मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए नोटिस दिया था जिसका जवाब मुख्य सचिव बासुदेव बनर्जी ने दिया था। मुख्यमंत्री के शोकॉज का जवाब मुख्य सचिव के देने पर विपक्षी दलों ने सवाल उठाया। चुनाव आयोग हरकत में आया और कहा कि मुख्यमंत्री को खुद जवाब देना पड़ेगा।
ममता ने भी तर्क दिया कि मुख्यमंत्री सेसवाल करने पर उसका जवाब सरकारी स्तर पर ही दिया जाएगा। पार्टी नेत्री से जवाब तलब करने पर वह स्वयं जवाब देने के लिए बाध्य होंगी। मुख्यमंत्री के सरकारी स्तर पर सवाल का जवाब पार्टी स्तर पर नहीं देने की जिद पर अड़ जाने पर चुनाव आयोग ने तृणमूल सुप्रीमो के घर के पते पर कारण बताओ नोटिस भेजा।
ममता को 22 अप्रैल तक नोटिस का जवाब देने को कहा गया था। ममता ने समय सीमा खत्म होने से पहले ही गुरुवार को कारण बताओ नोटिस का जवाब चुनाव आयोग को भेज दिया। चुनाव आयोग ने नोटिस में कहा था कि चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन करने के मामले में मुख्य सचिव का जवाब स्वीकार्य नहीं है। तृणमूल सुप्रीमो को खुद इसका जवाब देना होगा। बर्द्धमान की एक चुनावी सभा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आसनसोल को नया जिला बनाने की घोषणा की थी। आयोग ने इसे चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का मामला बता कर मुख्यमंत्री को शोकॉज किया था।