मर्दानगी बढ़ाने के लिए आसाराम लेता था देसी दवाई, इस उम्र में भी आ जाती थी 16 साल वाली ताकत
आसराम चला था मर्द बनने अब जिंदगी भर जेल में सड़ेगा। एक दवाई ने उसे कहीं का नहीं छोड़ा।औषधीय गुणों वाली सफेद मूसली की मांग लगातार बढ़ रही हैं। खासकर आसाराम का मामला सामने आने के बाद यह औषधि ज्यादा चलन में आई। यह वही औषधि है जो आसाराम अपने आश्रम में अक्सर इस्तेमाल करता था। इसे वह अपनी मर्दानगी बनाए रखने के लिए इस्तेमाल करता था। साथ ही अपने इच्छाओं को पूरी करने के लिए भी वह यह औषधि लेता था।
ऐसा खुलासा उसकी सेविका ने जोधपुर कोर्ट में ट्रायल के वक्त किया था। हालांकि, इसकी खेती में ज्यादा निवेश करना पड़ता है, लेकिन इस देसी दवा के चौंकाने वाले फायदे देखकर मेडिकल साइंस भी हैरान है। कई वर्षों से दवा बनाने वाली कंपनियां इस पर शोध कर रही हैं। दवा कंपनियों की ओर से इसकी काफी खरीद की जाती है।
मूसली दो प्रकार की होती है, काली मूसली और सफेद मूसली। बाजार में अत्यधिक मांग और ऊंची कीमतों के कारण आदिवासी किसानों के लिए सफेद मूसली की खेती बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है। इसीलिए अब यहां कृषि यूनिर्सिटी और कृषि विज्ञान केंद्र वघई द्वारा प्रयत्न किए जा रहे हैं कि मूसली की फसल का उत्पादन अधिक से अधिक हो सके। आपको बता दें, सफेद मूसली में मर्दानगी बढ़ाने के औषधीय तत्व मौजूद होते हैं। यह शुक्राणुओं को गाढ़ा करने और उसकी मात्रा बढ़ाने में सहायक है। सेक्स के समय के साथ यह कामेच्छा को भी बढ़ाता है। यह सिर्फ पुरुषों के लिए ही नहीं, बल्कि महिलाओं के लिए भी उतनी ही गुणकारी औषधि है।
सफेद मूसली शीघ्रपतन के देसी इलाज के काफी मशहूर है। कौंच के बीज, सफेद मूसली और अश्वगंधा के बीजों को बराबर मात्रा में मिश्री के साथ मिलाकर बारीक चूर्ण बनाकर एक चम्मच चूर्ण सुबह और शाम एक कप दूध के साथ लेने से शीघ्रपतन और वीर्य की कमी जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं। सालों से विभिन्न दवाइयो के निर्माण में भी सफेद मूसली का उपयोग किया जाता है। मूलतः यह एक ऐसी जडी-बूटी है जिससे किसी भी प्रकार की शारीरिक शिथिलता को दूर करने की क्षमता होती है। यही कारण है की कोई भी आयुर्वेदिक सत्व जैसे च्यवनप्राश आदि इसके बिना संम्पूर्ण नहीं माने जाते हैं।
यह इतनी पौष्टिक तथा बलवर्धक होती है की इसे शिलाजीत की संज्ञा भी दी जाती है। चीन, उत्तरी अमेरिका में पाये जाने वाले इस पौधे, जिसका वानस्पतिक नाम पेनेक्स जिंन्सेग है का विदेशों में फलेक्स बनाये जाने पर भी काम कर रहे हैं। सफेद मुसली पुरुषों को शारीरिक तौर पर पुष्ट बनाने के अलावा वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में भी मदद करती है। यही नहीं, कई शोध अपने परिणाम बताते हैं कि डायबिटीस के बाद होने वाली नपुंसकता में भी सफेद मुसली सकारात्मक असर करती पाई गई है।