दस्तक टाइम्स/एजेंसी:नई दिल्ली: तर्कवादियों की हत्या और सांप्रदायिक घटनाओं के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन को देश के मशहूर वैज्ञानिक पी. एम. भार्गव का समर्थन मिलने जा रहा है। अंग्रेज़ी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए वैज्ञानिक पीएम भार्गव ने कहा है कि वह भी अपना पद्मश्री सम्मान लौटा देंगे।
1986 में पद्म श्री से सम्मानित भार्गव ने यह भी कहा कि आज़ादी छीनी जा रही है और वैज्ञानिकता पर चोट की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि देश के कई और युवा वैज्ञानिक मौजूदा हालात का विरोध करते हुए अपनी आवाज़ उठाएंगे।
फिल्मकारों ने भी किया पुरस्कार लौटाने का फैसला
इससे पूर्व बुधवार को लेखक, कलाकारों और वैज्ञानिकों के बाद अब फिल्मकारों ने सरकार से नारजागी जताते हुए राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाने का ऐलान किया है। अब तक कुल 10 फिल्मकारों ने पुरस्कार लौटाने की घोषणा की है। इन फिल्मकारों का कहना है कि वे यह पुरस्कार सरकार को लौटा रहे हैं, क्योंकि वे देश में बढ़ रहे असहिष्णु माहौल से नाराज हैं और वह पुणे के एफटीआईआई संस्थान के छात्रों के विरोध में अपनी आवाज जोड़ना चाहते हैं। इस बीच, आज ही पुणे के एफटीआईआई के छात्रों ने 139 दिनों से चला आ रहा प्रदर्शन वापस ले लिया, लेकिन साथ ही कहा कि वे विरोध जारी रखेंगे।
राष्ट्रीय पुरस्कार वापस करने वाले फिल्मकारों में दिबाकर बनर्जी, हर्षवर्धन कुलकर्णी, आनंद पटवर्धन, निष्टा जैन, राकेश शर्मा आदि शामिल हैं। फिल्म एडिटर कीर्ति नखवा ने भी अपना विरोध दर्ज करवाया है। कुछ फिल्मकारों ने आज मीडिया से बात करते हुए अपना विरोध सार्वजनिक किया तो वहीं कुछ लोगों के एक दो दिन में ऐसा करने की बात कही जा रही है।