‘मसकली 2.0’ पर सिद्धार्थ मल्होत्रा बोले, ‘मैं इस विरोध से सहमत हूं।’
नई दिल्ली: अभिषेक बच्चन और सोनम कपूर की फिल्म ‘दिल्ली 6’ के गाने ‘मसकली’ का रीमिक्स वर्जन ‘मसकली 2.0’ पर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। रिलीज होने के बाद से ही इस गाने पर आलोचनाओं की बौछार हो रही है। एआर रहमान से लेकर गाने के बोल लिखने वाले प्रसून जोशी समते कई बड़े गायकों ने इसकी आलोचना की है। इस विवाद में पहली बार सिद्धार्थ मल्होत्रा का बयान सामने आया है।
तनिष्क बागची ने सिद्धार्थ मल्होत्रा और तारा सुतारिया के साथ मिलकर नए वर्जन को बनाया है, जिसकी चौतरफा आलोचना हो रही है। एक इंटरव्यू में सिद्धार्थ मल्होत्रा ने कहा, ‘यह गाना मरजावां के प्रचार के रूप में शूट किया गया था। इस विवाद में हमारा नाम लिया जाना लाजिमी है। हमें ट्वीट्स में टैग किया जाता है। हम इस गीत का हिस्सा हैं। लेकिन यह उस समय प्रमोशनल सॉन्ग के रूप में लिया गया था।’
सिद्धार्थ मल्होत्रा इस बात से सहमत हैं कि अगर उनकी फिल्मों का कोई बुरा रीमेक बनाता तो वह भी निराश होते। उन्होंने कहा- ‘लोगों के लिए कहना बहुत आसान है। हर कोई एक टीम के रूप में इसके लिए दोषी है लेकिन मैंने विभिन्न कलाकारों के कई रीमेक में काम किया है चाहे वह ‘काला चश्मा’ हो या ‘चुल’। वे सभी मनोरंजक रहे हैं और सभी ने फैंस का दिल जीता है।’
सिद्धार्थ ने कहा, ‘मैं एक अभिनेता के दृष्टिकोण से सोचता हूं, अगर किसी को एक फिल्म का रीमेक बनाना हो, जिसका मैं हिस्सा रहा हूं तो निश्चित रूप से यह दुखदायी हो सकता है। तो उस मामले में लोगों का गुस्सा पूरी तरह से ठीक है। रीमिक्स का चलन खत्म हो रहा है। मुझे नहीं लगता कि दर्शकों के पास अब धैर्य है। एक श्रोता के रूप में, मैं इस विरोध से पूरी तरह से सहमत हूं।’
बता दें मूल गाने का संगीत देने वाले एआर रहमान से लेकर गाने के बोल लिखने वाले प्रसून जोशी और गायक मोहित चौहान ने भी इसकी आलोचना की है। एआर रहमान शुरू से ही रीमिक्स गानों के खिलाफ रहे हैं। ‘मसकली’ गाने के रीमिक्स पर रहमान ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘अच्छा गाना बनाने का कोई शॉर्टकट नहीं है। उसे अच्छे से सोचना पड़ता है, रातों की नींद खराब करनी पड़ती है, लिखकर मिटाया जाता है और फिर से लिखा जाता है। 200 से ज्यादा संगीतज्ञों ने एक साल तक एक रचनात्मक दिमाग के साथ काम किया, तब जाकर यह रचना हुई।’