व्यापार

महंगाई पर लगा ब्रेक, थोक दर घटकर 4.64 फीसदी पर

रिजर्व बैंक के नए गवर्नर शक्‍तिकांत दास की अगुवाई में होने वाली पहली बोर्ड मीटिंग के बीच महंगाई दर को लेकर अच्‍छी खबर आई है . दरअसल,  थोक कीमतों पर आधारित देश की सलाना महंगाई दर नवंबर में घटकर 4.64 फीसदी रही है. यह तीन महीने में सबसे कम है.  बता दें कि अक्टूबर में  महंगाई दर 5.28 फीसदी थी. सरकार की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक खाने-पीने की चीजों के दाम घटे.

महंगाई पर लगा ब्रेक, थोक दर घटकर 4.64 फीसदी परसब्जियों के थोक दाम नवंबर में सबसे ज्यादा गिरे. तब सब्जियों की महंगाई दर -26.98 फीसदी थी. जबकि अक्टूबर में यह -18.65 फीसदी था. पेट्रोल, डीजल की कीमतों में गिरावट का सब्जियों की महंगाई पर असर पड़ा. इसके अलावा, आलू, प्याज, फलों की थोक कीमतें नवंबर में घटीं. आलू की महंगाई दर घटकर 86.45 फीसदी पर आ गई.

वहीं, प्याज की थोक महंगाई दर गिरकर -47.60 फीसदी नीचे रही. इसी तरह दालों की थोक महंगाई दर भी पिछले महीने 5.42 फीसदी रही. फ्यूल एंड पावर की भी थोक महंगाई दर घटी है. इस सेगमेंट की महंगाई दर नवंबर में 16.28 फीसदी रही, जबकि अक्टूबर में यह 18.44 फीसदी थी. पेट्रोल की महंगाई दर नवंबर में गिरकर 12.06 फीसदी पर आ गई, जो अक्टूबर में 19.85 फीसदी थी.

बता दें कि रिजर्व बैंक मॉनिटरी पॉलिसी तय करते समय रिटेल महंगाई को ध्यान में रखता है. पिछले हफ्ते चालू वित्त वर्ष 2018—19 की अपनी पांचवीं पॉलिसी समीक्षा में रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया था. साथ ही यह भी कहा कि यदि महंगाई में बढ़ोतरी का जोखिम नहीं रहता है तो ब्याज दरों में गिरावट आने वाले समय में हो सकती है.

Related Articles

Back to top button