भुवनेश्वर : शिक्षक दिवस के दिन ही ओडिशा में एक छात्र के अपने शिक्षक की महज एक मोबाइल फोन के कारण हत्या किये जाने का मामला सामने आया है। रविवार को इस घटना के सामने आते ही पूरे राज्य में ही नहीं पूरे देश में इस पर चर्चा शुरू हो गयी। हृदयानंद प्रधान (47), जो डीपीए कॉलेज प्रमाणपुर के राजनीतिक विज्ञान विभाग के शिक्षक थे, अपने आवास पर पांच सितंबर को मृत पाये गये थे। वह उसी गांव में हाई स्कूल के क्वार्टर में रहते थे। ससान पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रारंभ में प्रधान से मतभेद रखने वाले शिक्षकों के हत्या में शामिल होने का संदेह जताया। पुलिस ने जांच के लिए हॉस्टल के मैट्रॉन और कुछ अन्य कर्मचारियों को भी थाने ले गयी। लेकिन उनसे पूछताछ में पुलिस को काेई सफलता हाथ नहीं लगी।
इस बीच जांच के दौरान गत बुधवार की रात काे पुलिस को जानकारी मिली कि प्रधान की चाेरी की गयी मोबाइल का इस्तेमाल नये सिम कॉर्ड के साथ किया जा रहा है। पुलिस ने माजा मोबाइल ट्रैकिंग और साइबर तकनीक को अपनाते हुए मोबाइल का इस्तेमाल करने वाले की पहचान दुखनासन बाग उर्फ राजू (20) के तौर पर की गयी। पुलिस ने अगले ही दिन राजू को गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से शिक्षक का मोबाइल भी बरामद कर लिया गया। पूछताछ के दौरान राजू ने अपराध को कबूल कर लिया तथा मोबाइल कवर और शिक्षक के घर की चाबी फेंके गये स्थलों की पहचान भी करायी। ससान थाना की प्रभारी जयारश्मि सेठी ने कहा कि राजू को स्थानीय अदालत में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि राजू का अपने शिक्षक के साथ काफी मधुर संबंध थे और वह प्राय: अपने शिक्षक के घर जाया करता था। चूंकि शिक्षक एलआईसी का एजेंट भी था जिसकी किसी योजना में राजू पैसा भी लगाना चाहता था। गत पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के दिन राजू ने शिक्षक के घर पर भोजन पकाया था। राजू शिक्षक के महंगे मोबाइल को लेकर अपने लोभ पर नियंत्रण नहीं रख पाया तथा उसने उस दिन पीछे से शिक्षक पर वार कर दिया जिससे शिक्षक की मौके पर ही मौत हो गयी। जघन्य अपराध को अंजाम देने के बाद छात्र राजू मोबाइल के साथ फरार हो गया था।