महागठबंधन की तगड़ी हार, बिहार विधानसभा उपचुनाव में NDA ने दी पटखनी
आपको बता दें कि विधायक वसंत कुमार के निधन के कारण हरलाखी की सीट पर उपचुनाव कराए गए थे. उपचुनाव के लिए 13 फरवरी को हुई वोटिंग में 55.50 फीसदी वोटिंग हुई थी. वोटिंग में सभी 228 केंद्रों को आदर्श मतदान केंद्र बनाया गया था.
विधायक के निधन से खाली हुई थी सीट
हरलाखी से विधायक रहे वसंत कुशवाहा के निधन के बाद से यह सीट रिक्त हो गई थी. रालोसपा के टिकट पर जीत हासिल कर सदन पहुंचे वसंत कुशवाहा का 30 नवंबर की सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था.
कुशवाहा बिहार विधानसभा के शुरूआती सत्र में हिस्सा लेने के लिए पटना पहुंचे थे जहां उन्हें दिल का दौरा पड़ा था. मधुबनी के मधवापुर प्रखंड अंतर्गत उतरा गांव के रहने वाले विधायक के निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित प्रदेश के सभी नेताओं ने गहरा शोक जताया था. वसंत का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया था.
वसंत कुशवाहा के पिता मधुसूदन प्रसाद भाकपा नेता थे. बसंत ने ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा से अपनी राजनीतिक पारी शुरू की थी.
वे छात्र राजनीति के तौर पर एआईएसएफ वाम संगठन के सक्रिय नेता थे. विधानसभा चुनाव के दौरान आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को एनडीए का सीएम पद का उम्मीदवार बनाने की मांग भी इन्होंने उठाई थी.