अद्धयात्म

महाभारत के समय में महिलाओं को मिला था ये श्राप, इसलिए नहीं छुपा पाती है कोई भी बात

महिलाओं के पेट में कोई बात नहीं पचती है। वो कहीं न कहीं बात को उगल ही देती हैं। कभी आपने सोचा है कि ऐसा क्‍यों होता है। सबसे ज्‍यादा खतरा तो तब होता है जब आप उन्‍हे मना कर दें कि किसी को भी मत बताना, तब वो सबसे पहले बता देती हैं। वहीं पुरूष बातों को छिपाने में कुछ हद तक कामयाब हो जाते हैं।

आखिर औरतें क्‍यूं अपने तक बात सीमित नहीं रख पाती हैं:

महिलाओं को यु‍धिष्ठिर का शाप: महाभारत में वर्णन किया गया है कि कुंती को पता था कि कर्ण उनका पुत्र है लेकिन उन्‍होने यह सत्‍य सभी से छुपाएं रखा।

जब यह बात उनके पांडव पुत्रों को पता चली तो उनके ज्‍येष्‍ठ पुत्र युधिष्ठिर ने उन्‍हे शाप दे दिया, “आपने यह बात छुपाकर रखी, इसलिए मैं आपको शाप देता हूँ कि आज के बाद आप क्‍या दुनिया की कोई भी स्‍त्री अपने पेट में बात पचाकर नहीं रख पाएगी। वह सत्‍य को उगल ही देगी।”

जिज्ञासु स्वभाव: महिलाओं में बच्‍चों की तरह जिज्ञासा होती है जो कभी शांत नहीं होती। उनसे कोई बात हज़म नहीं होती है और वह हर बात को जानने की इच्‍छा भी रखती हैं। ऐसा कहा जाता है कि महिलां सिर्फ 32 मिनट तक ही कोई रहस्‍य अपने तक सीमित रख सकती हैं। जबकि ये आदत पुरूषों में देखने को बहुत कम मिलती है।

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