नई दिल्ली। महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों के एक्जिट पोल के नतीजों में बुधवार को भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरती हुई और बहुमत से थोड़ी ही पीछे दिखाई दे रही है। शिवसेना को महाराष्ट्र में दूसरे सबसे बड़े दल के तौर पर पेश किया गया है। गठबंधन टूटने से पहले महाराष्ट्र में 15 साल तक राज करने वाली कांग्रेस और राकांपा को भारी नुकसान का अनुमान जताया गया है, वहीं शिवसेना को राज्य में दूसरे सबसे बड़े दल के तौर पर पेश किया गया है। महाराष्ट्र व हरियाणा में भारी मतदान व एक्जिट पोल नतीजों से उत्साहित भाजपा दोनों राज्यों में अपनी सरकार बनने को लेकर आशान्वित है। पार्टी नेतृत्व का दावा है कि दोनों राज्यों में उसे पूर्ण बहमुत मिलेगा और किसी भी दल से समर्थन लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। विधानसभा चुनावों के नतीजे रविवार का आएंगे, लेकिन पार्टी में दोनों राज्यों में मुख्यमंत्रियों के नामों की चर्चा शुरू हो गई है। रविवार शाम को ही भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक होगी, जिसमें नए मुख्यमंत्री पद का फैसला हो सकता है। महाराष्ट्र में प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र फड़नवीस का नाम सबसे आगे है जबकि हरियाणा में पार्टी गैर जाट नेता के नाम पर मुहर लगा सकती है। केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेतृत्व में अपने दम पर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद भाजपा ने महाराष्ट्र व हरियाणा के विधानसभा चुनाव को बड़ी चुनौतीके रूप में लिया था। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की रणनीति के लिए भी यह निर्णायक हैं क्योंकि उन्होंने दोनों राज्यों में गठबंधनों को तोड़कर चुनाव लड़ने का बड़ा फैसला किया था। खासकर तब जबकि विभिन्न राज्यों में हुए उपचुनावों में भाजपा को झटके लगे थे। पार्टी ने हर विधानसभा क्षेत्र से जो जानकारी हासिल की है, उससे उसे दोनों राज्यों में स्पष्ट बहुमत मिलने की संभावना है। एजेंसी