बदलापुरः महाराष्ट्र के कल्याण में नेवाली एयरपोर्ट के लिए सरकार द्वारा ली गई जमीन (एक्वीजिशन) को वापस लेने के लिए आंदोलन कर रहे किसान गुरुवार को हिंसक हो गए। उन्होंने सड़कों पर खड़ी कई गाड़ियों में आग लगा दी। मौके पर पहुंचे पुलिसवालों को भी किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा। इस घटना के बाद से कल्याण से हाजी मलंग जाने वाले रास्ते पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर मौजूद है। कुछ साल पहले सरकार ने यहां एयरपोर्ट बनाने के लिए किसानों से जमीन ली थी। बाद में यहां सेना का कैंप बनाने की तैयारियां शुरू हो गईं। असल में सेकंड वर्ल्ड वॉर के समय यह जमीन ब्रिटिश आर्मी के कब्जे में थी। देश आजाद हुआ और इस पर किसानों ने अपना हक जमा लिया। सेना अब फिर इस जमीन पर अपना अधिकार चाहती है। जबकि किसानाें का कहना है कि जमीन हवाई अड्डे के लिए ली गई थी, इसलिए यहां एयरपोर्ट ही बनना चाहिए। किसान कई दिनों से शांतिपूर्ण तरीके से प्रोटेस्ट कर रहे थे, लेकिन गुरुवार को आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया।
किसानों ने 1 जून को अहमदनगर के पुणतांबा से आंदोलन शुरु किया था, जाेकि 8 जून तक चला। इस दाैरान फसल, सब्जियों और दूध की बर्बादी हुई। 8 किसानों ने खुदकुशी की। राज्य में जरूरी सामान की किल्लत हो गई थी। शिवसेना ने भी किसानों का पक्ष लेते हुए समर्थन वापसी की तरफ इशारा तक कर दिया था। 2 जून को फड़णवीस ने किसानों को 31 अक्टूबर तक कर्ज माफी के मुद्दे पर फैसला लेने का भरोसा दिलाया था और साथ ही यह भी कहा कि किसानों के बिजली के बिलों को भी माफ किया जाएगा।