महाराष्ट्र में अब जेलें बनेंगी टूरिस्ट स्पॉट, सरकार बना रही ऐसा प्लान
मुंबई। मुंबई में अब हर आम और खास व्यक्ति अपनी मर्जी से जेल जाएगा। राज्य सरकार इसे लेकर काम कर रही है और जल्द एक ऐसी नीति आएगी जो लोगों को जेल का चक्कर लगवाएगी। डरिये नहीं हम किसी अपराध में जेल जाने की बात नहीं कर रहे बल्कि महाराष्ट्र में अब सरकार जेल टूरिज्म शुरू करने की प्लानिंग कर रही है।
दरअसल देश-दुनिया में तेजी से बढ़ रहे जेल टूरिज्म के प्रति लोगों के आकर्षण को देखते हुए महाराष्ट्र टूरिज्म में भी इसे प्रमोट करने की योजना बना रहा है। देखा गया है कि लोग दक्षिण अफ्रीका के रॉबेन आइलैंड पर बनी उस जेल को देखने खूब जाते हैं जहां नेल्सन मंडेला बंद थे वहीं सैन फ्रांसिस्को के अल्काट्रेज में बनी जेल भी आकर्षण का केंद्र है क्योंकि इसमें अब तक केवल एक बार जेल ब्रैक की घटना हुई है भी पर्यटकों को पसंद आ रही है। इनके अलावा अंडमान की जेल भी आकर्षण का केंद्र है।
अब महाराष्ट्र का गृह विभाग प्लान तैयार कर रहा है कि कैस राज्य की ऐतिहासिक जेलों को उन लोगों के लिए खोला जाए जिन्हें इतिहास में रूचि है। विभाग के अधिकारी जेल टूरिज्म पॉलिसी पर काम कर हरे हैं जो आम लोगों को राज्य की कुछ चुनिंदा जेलों में जाकर उन्हें देखने की अनुमति देगा। अधिकारियों के अनुसार इस बात पर काम जारी है कि किस जेल के कौन से हिस्से में पर्यटकों को जाने दिया जाएगा।
उन्हें जेल में सुरक्षा के मामले पर भी अपना ध्यान रखना होगा। यह कोई रोजाना की बात नहीं होगी बल्कि हफ्ते या महीने में कुछ घंटों के लिए जेल को खोला जाएगा। हालांकि यह भी सच है कि कुछ सीरियल किलर्स, आतंकी और सेलेब्रिटिज ने जेलों का अपना घर बना रखा है इसलिए भी लोग यहां आने में रूचि दिखाएंगे।
एक जेल अधिकारी के अनुसार यरवडा जेल जैसी जगह जहां गांधी, नेहरु, बाल गंगाधार तिलक, वीर सांवरकर बंद रहे थे यह लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र हो सकती है। हाल ही में फिल्म अभिनेता संजय दत्त भी इस जेल में रहे थे। बता दें कि जेल का अर्किटेक्चर कुछ इस तरह का है कि इसके अंदर एक जगह पर खड़ा रहकर व्यक्ति पूरी जेल पर नजर रा सकता है। इसका फायदा फिल्म निर्माता भी ले सकते हैं।
अधिकारियों के अनुसार पर्यटकों को जेल का असली अनुभव मिलेगा साथ ही उन्हें कैदियों के रूटिन के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। आर्थर रोड जेल भी एक अच्छा आकर्षण हो सकती है क्यों कि यहां पाकिस्तानी आतंकी अजमल कसाब को रखा गया था।
बता दें कि हाल ही में तेलंगाना ने भी इस तरह की पॉलिसी की घोषणा की थी वहीं अंडमान की सेल्युलर जेल पहले से ही पर्यटक स्थल बन चुकी है। अतिरिक्त मुख्य सचिव विजय सतबीर सिंह ने सरकार के इस प्लान की पुष्टि करते हुए कहा कि चीजों पर काम हो रहा है।