अद्धयात्म
महाशिवरात्रि पर शिव के साक्षात दर्शन के लिए जपें ये मंत्र
शिवपुराणः महाशिवरात्रि पर जपें यह मंत्र, शिव जी देंगे दर्शन
महामृत्युंजय मंत्र हर दिन जप करना शुभ होता है। शिवपुराण में शिवजी की पूजा विधि का जिक्र करते हुए इसके जप का लाभ बताया गया है। 13 और 14 फरवरी को इस वर्ष महाशिवरात्रि हैं। इस दिन इस मंत्र का जप विशेष फलदायक हो सकता है। इस पुराण के अनुसार इस दिन किए गए जप का फल जल्दी प्राप्त होता है। आइए जानें महामृत्युंजय मंत्र के जप के क्या लाभ बताए गए हैं शिवपुराण में…
महामृत्युंजय मंत्र के 1 लाख जप से मिलता है ये फल
मान्यता है कि देव आदिदेव भगवान शिव अपने भक्तों पर बहुत ही जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। इसलिए उन्हें भोलेभंडारी की उपमा दी गई है। महामृत्युंजय मंत्र के एक लाख जप करने से जातक के शरीर को शुद्धि की प्राप्ति होती है।
2 लाख जप करने से मिलता है यह फल
जब जातक महामृत्युंजय मंत्र के दो लाख जप कर लेता है तो उसे अपने पूर्वजन्म की बातों का स्मरण होने की सिद्धि प्राप्त हो सकती है।
3 लाख जप से प्राप्त होगी यह सिद्धि
यदि शिवजी का कोई भक्त महामृत्युंजय मंत्र के तीन लाख जप पूर्ण करने में सफल रहे तो उसे मनचाही वस्तुएं प्राप्त करने की सिद्धि मिल सकती है। ऐसा होने से उसका गृहस्थ जीवन बेहद सुखमय बीतेगा।
4 लाख जप होंगे पूर्ण तो होगा ये चमत्कार
यदि कोई जातक 4 लाख जप पूर्ण करने में सफल हो पाए तो उसे भोलेबाबा स्वप्न में दर्शन दे सकते हैं।
यदि हो जाएं 5 लाख जप पूरे तो…
वैसे तो ऐसा बहुत ही दुर्लभ ही होता है। कोई सिद्ध पुरुष या फिर कोई चमत्कारिक शक्तियों वाले ऋषि-मुनियों को ही महामृत्युंजय मंत्र के 5 लाख जप पूर्ण करने में सफलता मिल सकती है।