महिलाओं के प्राइवेट अंगो के लिए बहुत ही ‘खतरनाक’ हैं ये चीजें, भूलकर भी न करे इनका इस्तेमाल
पार्टनर के साथ शारारिक संबंध बनाने के दौरान अक्सर लोग कुछ गलतिया कर बैठते है। जी हां सेक्स के दौरान अधिक ऑर्गेज्म पाने और मास्टरबेशन को इंजॉय करने के चक्कर में कई महिलाएं वाइब्रेटर और सेक्स टॉय जैसी कई अन्य चीजों का इस्तेमाल करने लगती हैं जो आगे चलकर उनके लिए खतरनाक हो सकता है। इन चीजों से इन्हें बेहतर ऑर्गेज्म और उत्तेजना का अहसास तो होगा, लेकिन ऐसे सुख का क्या फायदा जो आगे चलकर दुख में बदल जाए? यहां कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में बताया जा रहा है जो फीमेल प्राइवेट पार्ट के लिए ‘खतरा’ हैं:
सॉफ्ट प्लास्टिक के सेक्स टॉयज की रबर फीमेल प्राइवेट पार्ट के लिए इंफेक्शन लेकर आ सकती है। सॉफ्ट रबर के अंदर कुछ वक्त बाद ही माइक्रोब्स जन्म ले लेते हैं जो वजाइना में इंफेक्शन पैदा कर देते हैं। येल स्कूल ऑफ मेडिसिन की प्रफेसर मिनकिन के मुताबिक, सिलिकन या फिर हार्ड प्लास्टिक के बने ऐसे प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल करना चाहिए जो टूटे ना।
प्राइवेट पार्ट के बालों पर कभी भी डाई या किसी तरह का कलर नहीं लगाना चाहिए। प्यूबिक हेयर शरीर के अन्य हिस्सों पर मौजूद बालों के मुकाबले बेहद नाजुक होते हैं। ऐसे में अगर डाई में मौजूद केमिकल वजाइना के टच में आया तो वहां संक्रमण फैल सकता है। इससे यौन संबंध बनाते वक्त जलन और खुजली की समस्या बढ़ जाती है।
इसमें कोई शक नहीं कि लुब्रिकेंट के इस्तेमाल से आपका सेक्स एक्सपीरियंस कमाल का हो सकता है, लेकिन यह आपके प्राइवेट पार्ट के लिए खतरा भी पैदा कर सकता है। खासकर ऑइल बेस्ड लुब्रिकेंट्स। ये बेहद गाढ़े होते हैं इसलिए आसानी से शरीर से बाहर नहीं निकलते, जिसके कारण प्राइवेट पार्ट में खुजली और इंफेक्शन हो जाता है।
अगर प्राइवेट पार्ट की सफाई के लिए आप वजाइनल वाइप्स या फिर इंटिमेट स्प्रे का इस्तेमाल करती हैं तो तुरंत बंद कर दें। पहली बात तो यह है वजाइना सेल्फ लुब्रिकेट होती है और उससे निकलने वाला डिस्चार्ज उसकी नैचरल तरीके से सफाई करता रहता है। दूसरी बात यह कि इंटिमेट स्प्रे और वजाइनल वाइप्स में कुछ ऐसे केमिकल्स और तत्व होते हैं जो प्राइवेट पार्ट को ड्राई बना देते हैं। इससे जलन तो होती ही है साथ ही बैक्टीरिया और कीटाणु भी जन्म ले लेते हैं।