महिला अपराधों में वृद्धि पर योगी हुए नाराज, कहा- एंटी रोमियो स्क्वाड को फिर से करें सक्रिय
उत्तर प्रदेश में महिला अपराधों में अचानक वृद्धि पर नाराजगी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों की क्लास लगाई। उन्होंने फरमान जारी किया कि हर रेंज से नाबालिग बालिकाओं के साथ जघन्य अपराधों के 10-10 मामले चिह्नित कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाएं। प्रदेश में 18 रेंज हैं और इस अनुपात में 180 बड़े मामलों में प्राथमिकता पर कार्रवाई होनी है।
मुख्यमंत्री सोमवार को लोक भवन में महिला सुरक्षा के संबंध में बुलाई गई उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। पुलिसिंग, डायल-100 तथा एंटी रोमियो स्क्वाड को और अधिक सक्रिय किये जाने पर जोर देते हुए कहा कि महिलाओं और बालिकाओं से छेड़खानी करने और उन्हें परेशान करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करें। भीड़-भाड़ तथा संवेदनशील स्थानों पर एंटी रोमियो स्क्वाड निरंतर सक्रिय रहे। हर थाना क्षेत्र में महिलाओं और बालिकाओं के विरुद्ध पूर्व में हुए अपराधों में संलिप्त व्यक्तियों को चिह्नित कर उन पर कार्रवाई की जाए। योगी ने जून में एंटी रोमियो स्क्वाड को अभियान चलाने के निर्देश दिए।
जुलाई में सभी स्कूलों में महिला कल्याण और पुलिस विभाग मिलकर महिला सुरक्षा के लिए जागरूकता अभियान चलाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधों पर नियंत्रण के लिए वाहनों की रैंडम चेकिंग आवश्यक है। इसके लिए विशेष अभियान चलेगा।
योगी ने एडीजी, आइजी और डीआइजी को भी फील्ड में भ्रमण के निर्देश दिए। योगी ने कहा कि महिला संबंधी अपराधों में घरेलू हिंसा की भी भूमिका है। इसके दृष्टिगत 181 महिला हेल्पलाइन को सुदृढ़ किया जाए। 1090 वीमेन पावर लाइन को भी अधिक उपयोगी बनाने पर जोर देते हुए कहा कि हर माह इसकी समीक्षा होनी चाहिए। इस मौके पर मुख्य सचिव डॉ. अनूप चंद्र पांडेय, प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार, डीजीपी ओपी सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल और प्रमुख सचिव महिला कल्याण मोनिका एस गर्ग समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मानीटरिंग की जिम्मेदारी चार महिला एडीजी को
महिलाओं से जुड़े अपराधों की मानीटङ्क्षरग की जिम्मेदारी प्रदेश की चार महिला अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) रेणुका कुमार, तनूजा श्रीवास्तव, नीरा रावत और अंजू गुप्ता को सौंपी गई है। हर अफसर के पास दो-दो जोन रहेंगे