असम के पश्चिमी कारबी अंगलोंग जिले के दूरवर्ती गांव में भीड़ ने एक तांत्रिक की पीट-पीटकर हत्या कर दी। भीड़ में ज्यादातर महिलाएं शामिल थीं। पुलिस ने कहा कि यह घटना गुरुवार को तब घटी जब 22 साल की एक महिला और उसकी 16 साल की रिश्तेदार ने दावा किया कि तांत्रिक ने पूजा कराने के नाम पर उनके साथ दुष्कर्म किया है।
पश्चिमी कारबी अंगलोंग के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आरोपी सीमावर्ती जिले हुजई का रहने वाला था। आरोपी उस घर में गया जहां दोनों महिलाएं रहती हैं। वह यहां तीसरी नेत्रहीन महिला को ठीक करने के लिए आया। तीन जुलाई को आरोपी दोबारा पीड़िता के घर आया और कहा कि उसे पूजा के सारे अनुष्ठान करने हैं।
पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘पूजा के बाद आरोपी ने कथित तौर पर कहा कि 22 साल की महिला के साथ एक अलग से पूजा करनी है और उसे उस समय उसके साथ कमरे में अकेला रहना होगा।’ परिवार के आरोप के अनुसार उसने कमरे के अंदर महिला के साथ दुष्कर्म किया और कहा कि अगर उसने घटना की जानकारी दी तो उसके पूरे परिवार को मार दिया जाएगा।
अगले दिन महिला ने घटना के बारे में अपनी पड़ोस वाली आंटी को बता दिया। परिवार का आरोप है कि इसी बीच आरोपी फिर आया और कहा कि उसे 16 साल की लड़की के साथ पूजा करनी है। परिवार का दावा है कि जब वह लड़की के साथ कमरे में था तो इसी बीच 22 साल की महिला वहां पूछने के लिए आई कि वह वहां आया है नहीं।
पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘जब महिला को पता चला कि आरोपी लड़की के साथ कमरे में अकेला है तो वह और उसकी आंटी भागकर वहां पहुंचे।’ जैसे ही उन्हें भीड़ द्वारा आरोपी पर हमला करने की सूचना मिली वह उसे बचाने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे।
अधिकारी ने कहा, उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन गंभीर चोट के कारण उसने दम तोड़ दिया। हमने दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। एक आरोपी की मौत को लेकर और दूसरा कथित दुष्कर्मों के खिलाफ दर्ज किया गया है।