महिला वर्ल्ड कप IND vs PAK: बेटियों ने लिया बेटों का बदला
डर्बी : बायें हाथ की स्पिनर एकता बिष्ट के फिरकी के जादू से भारत ने आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप के राउंड रोबिन मैच में आज यहां पाकिस्तान को कम स्कोर वाले मैच में 95 रन से हराकर जीत की हैट्रिक बनाई। भारत के मात्र 170 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान की टीम एकता (18 रन पर पांच विकेट) की बलखाती गेंदों के सामने 48.1 ओवर में 74 रन पर ढेर हो गई। तेज गेंदबाज मानसी जोशी ने दो जबकि झूलन गोस्वामी, हरमनप्रीत कौर और दिप्ति शर्मा ने भी एक-एक विकेट चटकाया। पाकिस्तान की ओर से कप्तान सना मीर ने सर्वाधिक 29 रन बनाए। उनके अलावा सलामी बल्लेबाज नाहिदा खान (23) ही दोहरे अंक में पहुंच पाई। इससे पहले भारतीय टीम नासरा संधू (26 रन पर चार विकेट) और सादिया यूसुफ (30 रन पर दो विकेट) की घातक स्पिन के सामने नौ विकेट पर 169 रन ही बना सकी। तेज गेंदबाज डायना बेग ने भी 28 रन देकर एक विकेट हासिल किया। भारत की ओर से सलामी बल्लेबाज पूनम राउत ने सर्वाधिक 47 रन की पारी खेली जबकि दिप्ति शर्मा ने 28 रन बनाए। सुषमा वर्मा (33) और झूलन गोस्वामी (14) ने सातवें विकेट के लिए 34 रन जोड़कर टीम का स्कोर 150 रन के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। भारत तीन मैचों में तीन जीत से छह अंक के साथ अंक तालिका में सबसे ऊपर है जबकि पाकिस्तान ने अपने तीनों मैच गंवाए हैं। लक्ष्य का पीछा करने उतरे पाकिस्तान की शुरऊआत बेहद खराब रही और उसने आठवें ओवर में 14 रन तक ही चार विकेट गंवा दिए। बायें हाथ की स्पिनर एकता ने दूसरे ओवर में अपनी चौथी ही गेंद पर आयशा जफर (01)को पगबाधा किया। नाहिदा हालांकि झूलन के अगले ओवर में भाज्ञशाली रही जब दिप्ति शर्मा ने गली में उनका मुश्किल कैच टपका दिया।
जावेरिया खान (04) ने झूलन पर पारी का पहला चौका जड़ा लेकिन एक गेंद बाद पगबाधा हो गई। उन्होंने डीआरएस का सहारा भी लिया लेकिन तीसरे अंपायर ने मैदानी अंपायर के फैसले को सही करार दिया। एकता ने इसके बाद लगातार ओवरों में सिदरा नवाज (00) और इराम जावेद (00) को पगबाधा करके पाकिस्तान के बल्लेबाजी की कमर तोड़ी। दिप्ति ने नैन अबीदी (05) को बोल्ड करके पाकिस्तान को पांचवां झटका दिया जबकि मानसी ने असमाविया इकबाल को विकेटकीपर सुषमा के हाथों कैच कराके टीम का स्कोर छह विकेट पर 26 रन किया। नाहिदा और कप्तान सना ने आठ ओवर से अधिक तक कोई विकेट नहीं गिरने दिया। नाहिदा इसके बाद हरमनप्रीत की गेंद को सुषमा के हाथों में खेल गई। उन्होंने 62 गेंद में तीन चौकों की मदद से 23 रन बनाए। सना ने एकता पर चौके के साथ 27वें ओवर में टीम के 50 रन पूरे किए लेकिन बायें हाथ की इस स्पिनर ने अगले ओवर में नासरा (01) और डायना (00) को लगातार गेंदों पर पवेलियन भेजा। सना और सादिया (नाबाद 03) ने नौ ओवर से अधिक समय तक पाकिस्तान की हार को टाला लेकिन मानसी ने विरोधी कप्तान को बोल्ड करके भारत को जीत दिला दी। इससे पहले भारत की कप्तान मिताली राज ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन पाकिस्तान की अनुशासित गेंदबाजी के सामने टीम की शरऊआत अच्छी नहीं रही। डायना ने बेहतरीन फार्म में चल रही स्मृति मंधाना :02: को पारी के चौथे ओवर में पगबाधा करके अपने तीसरे मैच में पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय विकेट हासिल किया।
सलामी बल्लेबाज पूनम और दिप्ति शर्मा ने दूसरे विकेट के लिए 18.5 ओवर में 67 रन की साझेदारी की। दोनों ने इस दौरान धीमी बल्लेबाजी की। भारतीय पारी का पहला चौका नौवें ओवर में दिप्ति ने असमाविया इकबाल पर जड़ा। पहले 10 ओवर में टीम एक विकेट पर 17 रन ही बना सकी। पूनम ने 11वें ओवर में असमाविया पर अपना पहला चौका मारा और फिर डायना के अगले ओवर में लगातार दो चौके जड़े। इसके बाद अगली 56 गेंद तक कोई बाउंड्री नहीं लगी। भारत के 50 रन 18वें ओवर में पूरे हुए। पूनम ने नासरा पर चौके के साथ बाउंड्री के सूखे को खत्म किया लेकिन बायें हाथ की इस स्पिनर ने इस बल्लेबाज को अपनी ही गेंद पर लपककर पवेलियन भेजा। पूनम ने 72 गेंद की अपनी पारी में पांच चौके मारे। कप्तान मिताली राज (08) ने आते ही नासरा पर चौका जड़ा लेकिन सादिया की गेंद पर विकेटकीपर ने उनका कैच टपका दिया। मिताली हालांकि इस जीवनदान का फायदा नहीं उठा सकी और नासरा की गेंद पर पगबाधा हो गई। मिताली को मैदानी अंपायर ने नाटआउट दिया था लेकिन रैफरल लेने पर तीसरे अंपायर ने उन्हें आउट करा दिया। नासरा ने एक गेंद बाद दिप्ति के खिलाफ भी रैफरल लेकर उन्हें विकेटकीपर सिदरा नवाज के हाथों कैच कराया। दिप्ति ने 63 गेंद का सामना करते हुए दो चौके मारे। भारत के 100 रन 31वें ओवर में पूरे हुए। बायें हाथ की स्पिनर सादिया ने इसके बाद हरमनप्रीत कौर (10) और मोना मैशराम (06) को पवेलियन भेजकर भारत का स्कोर छह विकेट पर 111 रन किया। अंतिम ओवरों में सुषमा ने कुछ अच्छे शाट खेले। सुषमा ने असमाविया पर लगातार दो चौके मारे लेकिन नासरा ने झूलन को बोल्ड कर दिया। सुषमा ने 48वें ओवर में असमाविया की लगातार गेंदों पर चौका और छक्का जड़ा लेकिन ओवर की अंतिम गेंद पर डायना को कैच दे बैठी।