‘महिला IPS को अपशब्द, भाजपा का दलित और महिला विरोधी नजरिया’
करनाल. हरियाणा अखिल भारतीय कांग्रेस के प्रवक्ता और हरियाणा के पूर्व मंत्री रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा के एक वरिष्ठ मंत्री द्वारा एक दलित महिला आईपीएस अधिकारी के साथ अपशब्दों इस्तेमाल, दुर्व्यवहार और बहुत छोटी भाषा का इस्तेमाल करना यह दर्शाता है कि भाजपा की सोच उनका नजरिया दलित और महिला विरोधी है.
सुरजेवाला ने कहा पहली बार किसी मंत्री ने किसी महिला के साथ ऐसा नहीं किया बल्कि इस से पूर्व भी सरकार के मंत्री ने एक मुख्य चिकित्सा अधिकारी वंदना भाटिया के साथ दुर्व्यवहार किया था. इसी पर्कार गुड़गांव में एक महिला पुलिस अधिकारी को प्रताड़ित करके बदल दिया गया.
उन्होंने कहा कि फरीदाबाद में दो दलित बच्चो की जिंदा जला कर हत्या कर देने की घटना पर केंद्रीय मंत्री द्वारा उन्हें कुत्ते की संज्ञा दी. इसी प्रकार आए दिन दलित हो या महिला उनके प्रति जो बदसलूकी और अपमानित करने का रवैया सर्वविदित है.
एक तरफ तो भाजपा सरकार ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ का झूठा ढकोसकला और नारे देते हैं और दूसरी और एक दलित कारपेंटर गरीब परिवार की आईपीएस बेटी से दुर्वयवहार करके उसे प्रताड़ित किया जा रहा है. इस गरीब परिवार की बेटी ने कड़ी मेहनत करके आईपीएस बन कर हरियाणा का नाम रोशन किया उस पर झूठे इल्जाम लगा कर उसे परेशान करते हैं.
उन्होंने कहा कि संविधान की रक्षा करने वाले मंत्री यदि ऐसा करेंगे तो फिर संविधान की रक्षा कौन करेगा. उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री सहित सारी सरकार का नजरिया है इसलिए उस दलित महिला अधिकारी का तबादला कर दिया गया.
सुरजेवाला ने कहा कि केंद्रीय और खट्टर सरकार में जूतों में दाल बंट रही है. केंद्रीय मंत्री सांसद को को गालियां देते हैं और सांसद पूरे समाज को गाली देते है. इसी तरह मंत्री और मुख्यमंत्री आपस में गालियां देते हैं और मंत्री विपक्ष और जनता को गाली देते हैं.
ऐसे में सरकार कहां है. सरकार के मंत्री भाषण और गाली देना छोड़े क्योंकि प्रदेश और देश की जनता ने उन्हें शासन चलने के लिए चुना है.